शिक्षक संघ (सियाराम) से जुड़े राज्य के 11 श्रेष्ठ शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित
अजमेर : 15 नवम्बर / राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान पद्धति का संपूर्ण समावेश है।इस शिक्षा नीति को लागू कर भारत को विश्व गुरु बनाने में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी है।सरकार व समाज द्वारा हर स्तर पर शिक्षकों को सम्मान दिया जाना चाहिए।यह बात राजस्थान शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष भगवत डांगी ने बताया कि प्रांतीय कार्यालय में श्रीमती मधु शर्मा स्मृति फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए शिक्षाविद,पूर्व कुलपति एवं पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मारक समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर मोहन लाल छीपा ने कही।फाउंडेशन के सचिव दीनदयाल शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए शिक्षकों से बालकों में संस्कार देने का आह्वान किया। राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) के मुख्य संरक्षक सियाराम शर्मा ने सम्मानित होने वाले शिक्षकों को बधाई देते हुए संगठन की रीति नीति पर प्रकाश डाला।संगठन के प्रवक्ता मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए भरतपुर के होती लाल शर्मा जैमन, धौलपुर के विजय कुमार गोस्वामी, अजमेर के प्रदेश उपाध्यक्ष भगवत डांगी, टोंक के धन सिंह राजावत,चूरू के आनंद कुमार डांगी, बूंदी के कैलाश चंद्र गौड़,बांसवाड़ा के अशोक कुमार शर्मा, बीकानेर की निर्मल कंवर, जयपुर के सत्यनारायण शर्मा, करौली की प्रगति अग्रवाल एवं जयपुर के अमित कुमार योगी को प्रशस्ति पत्र,स्मृति चिन्ह,शॉल व 3100 रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। समारोह का संचालन शिक्षक संघ (सियाराम) के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र शर्मा ने किया।समारोह में संगठन के सभाध्यक्ष ललित आर पाटीदार, कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल मीणा,राजेंद्र कुमार शर्मा, श्याम सिंह जगिना,अशोक पाराशर, रणवीर सिंह गोदारा, ईश्वर दयाल शर्मा सहित कई पदाधिकारी एवं शिक्षक उपस्थित थे।प्रदेश महामंत्री नवीन कुमार शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया।