मुंबई, नवंबर, 2025: कोटक प्राइवेट बैंकिंग ने आज कोटक प्राइवेट लग्ज़री इंडेक्स (केएपीलआई) लॉन्च किया है, जो 12 श्रेणियों के लग्ज़री उत्पादों और अनुभवों में मूल्य बदलाव का एक अनोखा इंडीकेटर है। कोटक प्राइवेट बैंकिंग ने इस इंडेक्स को प्रकाशित करने के लिए अर्न्स्ट एंड यंग एलएलपी (ईवाई) को कमीशन किया है। यह इंडेक्स भारत के अत्यधिक अमीर लोग (यूएचएनआई) द्वारा लग्ज़री के अर्थ को कैसे नया रूप दे रहे हैं, इसका डेटा-समर्थित दृष्टिकोण प्रदान करता है।
जैसे-जैसे भारत का लग्ज़री बाजार 2030 तक अनुमानित 85 अरब डॉलर की ओर बढ़ रहा है, केपीएलआई ने एक स्पष्ट बदलाव का खुलासा किया है: स्वामित्व से अनुभव की ओर, और भौतिक से सजग जीवनशैली की ओर। निवेशकों, ब्रांड्स और सलाहकारों के लिए, यह इंडेक्स केवल मूल्य ट्रैकर से अधिक है—यह एक सांस्कृतिक बैरोमीटर है।
रिपोर्ट लॉन्च करते हुए, ओइशर्या दास, सीईओ, कोटक प्राइवेट बैंकिंग ने कहा, “कोटक प्राइवेट में, हम मानते हैं कि लग्ज़री केवल पज़ेशन की बात नहीं है, बल्कि भारत के समझदार अल्ट्रा-एचएनआई समुदाय के लिए पर्सनलाइजेशन, विशेषता, शिल्पकला और विरासत की बात है। हमारी वित्तीय विशेषज्ञता की विरासत और वेल्थ डायनैमिक्स में गहन जानकारी का लाभ उठाते हुए, इस रिपोर्ट का पहला संस्करण कई संपत्ति और जीवनशैली श्रेणियों में लग्ज़री के लिए एक व्यापक बेंचमार्क प्रदान करता है।
लग्ज़री इंडेक्स के माध्यम से, हम निवेशकों, ब्रांड्स और सलाहकारों के लिए इस इकोसिस्टम को आकार देने वाले रुझानों और सांस्कृतिक बदलावों को समझने के लिए एक बहुमूल्य इंडीकेटर प्रदान करते हैं। हम आशा करते हैं कि यह उन लोगों के लिए एक कम्पास का काम करेगा जो उद्देश्यपूर्ण लग्ज़री में निवेश करते हैं, जो कोटक की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि क्लाइंट्स की संपत्ति बढ़ाने और उनके जीवन को समृद्ध करने में मदद करें।”
2022 से 6.7% वार्षिक वृद्धि – केपीएलआई 2025 में 122 तक पहुँचा, जो तीन सालों में 22% की बढ़ोतरी दर्शाता है। लग्ज़री रियल एस्टेट और डिजाइनर हैंडबैग जैसी श्रेणियाँ 2025 में बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। वेलनेस नया स्टेटस सिंबल – अमनबाग और आनंदा जैसे हेल्थ रिट्रीट्स ने वेलनेस कैटेगरी को 2022 से 14.3% की वार्षिक वृद्धि दी है, जो दिखाता है कि अब लंबी उम्र और माइंडफुलनेस ही आधुनिक समृद्धि की परिभाषा हैं। अनुभव स्वामित्व से आगे निकल रहे – अंटार्कटिक क्रूज से लेकर मिशलिन-स्टार्ड डाइनिंग तक, एक्सक्लूसिव एक्सपीरियंसेज इंडेक्स 2022 से 11.6% वार्षिक वृद्धि के साथ बढ़ा है, जो संपत्ति से ज्यादा कहानियों की चाहत दिखाता है।
लग्ज़री रियल एस्टेट पहचान मजबूत कर रहा – ब्रांडेड, टेक-इनेबल्ड आवासों ने 2022 से 10.8% वार्षिक वृद्धि की है, जो रियल एस्टेट को बेहतरीन वेल्थ मार्कर बनाता है। फैशन स्थिर बना हुआ है, वॉचेज और वाइन में सुधार – डिजाइनर हैंडबैग्स 2022 से 10.2% वार्षिक वृद्धि के साथ ऊपर हैं, जबकि लग्ज़री वॉचेज और फाइन वाइन में सुधार देखा गया – ये साबित करता है कि लग्ज़री के चक्र भी होते हैं। शिक्षा विरासत का प्रतीक – एलीट यूनिवर्सिटी की ट्यूशन फीस 2022 से 8.4% वार्षिक वृद्धि के साथ ऊपर है, जो शिक्षा को विलासिता और विरासत का सिम्बल, दोनों बनाती है।
केएपीलआई 12 श्रेणियों में सालाना मूल्य परिवर्तनों को ट्रैक करता है, जो मूल्य संरक्षण, यूएचएनआई के खर्च पैटर्न और परिमाण के आधार पर वेटेड हैं। बेस ईयर 2022 है, जो महामारी के बाद पहला बेंचमार्क है तुलनात्मक विश्लेषण के लिए। इन श्रेणियों में शामिल हैं: प्राइम रियल एस्टेट, डिजाइनर हैंडबैग, लग्ज़री वॉचेज, लग्ज़री एक्सपीरियंसेज, हेल्थ एंड वेलनेस, लग्ज़री ऑटोमोबाइल्स, फाइन आर्ट, फाइन ज्वेलरी, डिजाइनर शूज, एलीट यूनिवर्सिटीज़, फाइन वाइन एंड रेयर व्हिस्की, और लग्ज़री ट्रैवल।
यह क्या संकेत देता है: उच्च मूल्य: बढ़ती मांग, कमी, और विशेषता व अनुभवों के लिए सांस्कृतिक पसंद। निम्न मूल्य: बाजार सुधार या बदलती प्राथमिकताएँ—जैसे पारंपरिक कलेक्टिबल्स से वेलनेस और अनुभवजन्य लग्ज़री की ओर बढ़ना।
यह इंडेक्स एक सांस्कृतिक और आर्थिक संकेत है—जो दिखाता है कि महत्वाकांक्षा कहाँ निवेश से मिलती है।
भाविन सेजपाल, पार्टनर, ईवाई ने कहा, “कोटक प्राइवेट लग्ज़री इंडेक्स दिखाता है कि भारत में लग्ज़री ने कितनी गहराई से जड़ें जमा ली हैं। 2022 से 22% की वृद्धि एक परिपक्व लग्ज़री बाजार का संकेत देती है। यह बेहद विविध, लचीला, और निधि निर्माण तथा विशेष अनुभवों से प्रेरित है। भारत के अल्ट्रा-एचएनआई लग्ज़री को पहचान, विरासत और मूल्य संरक्षण के रूप में नया रूप दे रहे हैं। रियल एस्टेट और लग्ज़री अनुभवों से लेकर वेलनेस ट्रैवेल तक, भारत वैश्विक लग्ज़री के अगले अध्याय को आकार दे रहा है।”
भारत का लग्ज़री बाजार केवल उपभोग से अधिक है—यह सांस्कृतिक विकास, आर्थिक जीवंतता और आकांक्षी पहचान का प्रतिबिंब है। केपीएलआई उजागर करता है कि लग्ज़री अब किसी चीज के स्वामित्व की बात नहीं, बल्कि जीवन जीने की बात है।