आज भाजपा की अटल शंखनाद रैली में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के परिवारीजन व उनकी जनक्रांति पार्टी फिर भाजपाई हो जाएंगे। प्रदेश में नया संगठन तैयार करने की कवायद में जुटी भाजपा के लिए रैली बेहद अहम है। रैली में जुटी भीड़ से निर्वाचित अध्यक्षों की हैसियत के साथ पद की दौड़ में लगे दिग्गजों के सियासी कद की पैमाईश भी होगी।
झूलेलाल पार्क में पूर्वाह्न 11 बजे रैली मंच पर राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह और मुरली मनोहर जोशी समेत शीर्ष नेताओं का जुटान होगा। नेताओं की भीड़ जुटाऊ हैसियत व उपयोगिता की के आधार पर ही भाजपा की नई प्रदेश कार्यकारिणी का खाका तैयार होगा। इसके लिए राजधानी की सीमा में प्रवेश करते समय वाहनों व भीड़ की गिनती करने का भी बंदोबस्त है।
उधर, लगातार घट रहे वोट बैंक से घबराए कल्याण सिंह व भाजपा के इस पुनर्मिलन को राजनीतिक मजबूरियों का मेल माना जा रहा है। हालांकि सांसदी बचाए रखने को पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह सोमवार को भाजपा में विधिवत शामिल होने का एलान नहीं करेगे लेकिन उनके पुत्र राजबीर सिंह व उनकी पत्नी प्रेमलता समर्थकों समेत भाजपाई हो जायेंगे। प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों को बताया कि रैली का मकसद केंद्र व प्रदेशीय नेतृत्व का सामूहिकता से कार्यकर्ता शक्ति को नमन करना है। लोकसभा चुनाव 2014 के लिए जनता से सीधा संवाद बनाने और राष्ट्रवादी ताकतों को एक मंच पर लाने का अभियान रैली के बाद शुरू होगा। जिसकी शुरूआत जनक्रांति पार्टी (राष्ट्रवादी) के विलय को माना जाए।
वाजपेयी ने बताया कि सोमवार को भाजपा की टोल फ्री हेल्पलाइन सेवा 18001022024 की शुरूआत राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी करेंगे। इसके जरिए कोई भी व्यक्ति पार्टी से सम्बंधित सुझाव और समस्याएं दर्ज करा सकेगा। शिकायतों को 15 मिनट के भीतर सम्बंधित जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय व प्रदेश पदाधिकारी को अवगत करा कर यथा सहायता का प्रयास होगा। विलय की औपचारिकता सोमवार को भले ही पूरी कराई जाएं, लेकिन रैली की तैयारी में दोनों दलों के कार्यकर्ता एक साथ जुटे है।