गडकरी का दूसरा कार्यकाल खतरे में, यशवंत-राजनाथ दे सकते हैं चुनौती

बीजेपी अध्यक्ष पद के चुनाव में एक नया मोड़ आ गया है। पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी के स्वामित्व वाले पूर्ति समूह के खिलाफ आयकर विभाग की जांच तेज हो जाने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं, और अध्यक्ष पद पर पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष की दावेदारी पर सवालिया निशान लग गया है। बताया जा रहा है कि पार्टी के दूसरे प्रमुख नेता यशवंत सिन्हा गडकरी के खिलाफ नामांकन पत्र भर सकते हैं। वैसे सूत्रों के अनुसार राजनाथ सिंह का नाम भी आगे आ रहा है। दरअसल, सूत्रों के मुताबिक पार्टी के बड़े नेता अब गडकरी को सर्वोच्च गद्दी देने के पक्ष में नहीं हैं, जिससे बीजेपी अध्यक्ष के रूप में उनके लगभग तय माने जा रहे चुनाव की संभावना काफी कम हो गई है।

इस बीच, गडकरी ने दूसरी चिट्ठी जारी की है, जिसमें उन्होंने दोबारा अध्यक्ष चुने जाने की बात हटा दी है। पहली चिट्ठी में उन्होंने पूर्ति ग्रुप पर सफाई देते हुए दावा किया था कि उनके खिलाफ यह जांच केंद्र की यूपीए सरकार द्वारा राजनीति से प्रेरित होकर करवाई गई है, और यदि वह दोषी साबित हुए तो पद से इस्तीफा दे देंगे।

सूत्रों के अनुसार, अब अध्यक्ष पद के लिए यशवंत सिन्हा के अलावा राजनाथ सिंह का नाम भी आगे आ रहा है।पार्टी अपने अन्य वरिष्ठ नेताओं अरुण जेटली, सुषमा स्वराज और नरेंद्र मोदी को फिलहाल उनके मौजूदा पदों से नहीं हटाना चाहती, इसलिए ये नाम सामने आए हैं। वैसे इन दो नेताओं के अलावा पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू का नाम भी सुना गया है।

इससे पहले, ख़बर आई थी कि आयकर विभाग ने भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के पूर्ति समूह से कथित तौर पर जुड़ी कंपनियों के मुंबई स्थित नौ ठिकानों पर जांच शुरू की है। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया था कि मुंबई में पूर्ति समूह से कथित तौर पर जुड़ी कंपनियों के खिलाफ पूर्व में की गई जांच को ही आगे बढ़ाया गया है। पूर्ति समूह से कथित तौर पर जुड़ी इन कंपनियों का इस्तेमाल व्यावसायिक लेन-देन में किया जाता है, हालांकि उनकी अपनी कोई संपत्ति या कारोबार नहीं है।

आयकर विभाग के एक सूत्र ने बताया, हम कंपनियों के पतों का, उनके काम की प्रकृति का और इस बात का सत्यापन कर रहे हैं कि क्या सचमुच ये कंपनियां हैं। सूत्रों ने बताया कि विभाग की पुणे शाखा ने जांच के बारे में जब मुंबई शाखा से बात की तो अपने कुछ संदेहों के बारे में भी बताया, जिसके बाद जांच की गई।

उन्होंने नाम जाहिर न करने के अनुरोध पर कहा, कंपनियों के निदेशक के तौर पर जिन लोगों के नाम हैं, जरूरत पड़ने पर हम उनके बयान दर्ज करेंगे। गडकरी ने अपना पक्ष रखने के लिए समय मांगा है। उन्हें आयकर विभाग ने ‘पूर्ति ग्रुप ऑफ कंपनीज़’ में कथित संदिग्ध निवेश की जांच के सिलसिले में सोमवार को पेश होने को कहा है।

सूत्रों ने बताया कि गडकरी ने पार्टी संबंधी कार्यों के चलते आयकर अधिकारियों के समक्ष पेश होने में असमर्थता जताई और उनसे कुछ समय देने की मांग की। सूत्रों के अनुसार, गडकरी से 1 फरवरी को पेश होने के लिए कहा गया है।

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