अजमेर। तूम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा देने वाले आजाद हिन्द फौज के संस्थापक स्वर्गीय सुभाष चंद्र बोस की 115वीं जयंती सुभाष उद्यान में मनाई गई। हिन्द सेवा दल के रजत जयन्ती कार्यक्रम के अन्तर्गत मनाये जा रहे पखवाड़े के तहत सुभाष उद्यान में हिन्द सेवादल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं द्वारा नेता सुभाष की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आज की पीढ़ी को नेताजी के जीवन दर्शन से सबक लेने की अपील की। इस अवसर पर देश भक्ति, गीत और नृत्यों की प्रस्तुति ने उपस्थित जन समुदाय में देश भक्ति और शोर्य का जज्बा भर दिया। वक्ताओं ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने पढ़ाई के क्षेत्र मे अव्वल रहते हुए आईसीएस तक मुकाम हासिल किया। राष्ट्र के लिए उन्होंने सभी सफलताओं को दरकिनार कर भारत की साम्राज्य विरोधी लड़ाई के चरम क्षणों में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रति भारतीय सैनिकों की वफादारी खत्म कर सैनिकों में राष्ट्रीय स्वतंत्रता का जज्बा व हौसला पैदा किया। इसके लिए उन्होंने आजाद हिन्द फौज का गठन किया था।
इससे पूर्व मंगलवार शाम सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर दीपदान कर श्रद्धांजली दी गयी। हिन्द सेवादल की ओर से अध्यक्ष आर के महावर ने युवाओं को महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर देशभक्ति और देशप्रेम की भावना जागृत करने का आव्हान किया। इस मौके पर दिनेश शर्मा, मुकेश मिश्रा, बाबुलाल सानी, अशोक प्रजापति, विनिता जैमन, धर्मपाल सिंह, जोगिन्द्र सिंह, हरजीत सिंह, नीलम कौर, यशपाल सिंह, रमेश ओझा आदि मौजूद थे।