छतरपुर। जिले में सहकारिता के इतिहास में पहली बार अलोकतांत्रित तरीके से बड़े पैमाने पर सत्ता रूढ़ भाजपा के कतिपय नेताओं के दबाव और मनमानी के चलते हुए सहकारिता के प्रथम चरण के चुनाव की हुई शीर्ष स्तरीय जांच के आधार पर सहकारिता के आयुक्त द्वारा डीआर बीएस कोठारी को निलंबित किया गया है। म0प्र0 सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष शंकर प्रताप सिंह मुन्नाराजा ने कहा है कि महज कोठारी का निलंबन करना ही पर्याप्त नहीं है। उन्होंने चुनाव की धांधलियों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार चुनाव अधिकारियों के विरूद्ध भी कार्यवाही किए जाने की पुरजोर मांग की है। मुन्नाराजा ने कहा कि यह बात शासन के नुमांइदे भी जानते है कि सहकारिता के चुनाव के नाम पर करोड़ों रूपयों की बसूली हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसका शासन यदि अपनी कथनी और करनी में किसी तरह का कोई अंतर नहीं मानता है तो इस जिले में सहकारिता चुनाव की नीलामी करने वाले उन सभी कतिपय भाजपा के नेताओं और पदाधिकारियों के विरूद्ध भी कार्यवाही सुनिश्चित करें, जिनकी धौस और दबाव के चलते सत्ता और पद का इस जिले में जमकर दुरूपयोग हुआ है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले कांग्रेस ने जिले के उक्त चुनाव में की गई लोकतांत्रित व्यवस्था की हत्या को लेकर आवाज उठायी थी, इसके लिए कांग्रेस को जंगी आंदोलन भी करना पड़ा था और पार्टी के शीर्ष नेताओं ने भी छतरपुर जिले में सहकारिता चुनाव के नाम पर हुए तमाशे की ओर राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया था।
लवकुशनगर अनुभाग के किसानों ने सुनाई समस्या
छतरपुर । एक साल में 2 मरतबा जोड़े से बच्चे देने वालीं नीलगायों की तादाद समूचे लवकुशनगर अनुभाग क्षेत्र में बढ़ गई है। हजारों की तादाद में नीलगायों ने इस इलाके के किसानों का जीना मुश्किल कर दिया है। सबसे अधिक नीलगाय खेती को नुकसान पहुंचा रही हैं। हालत यह हो गई है कि इस समस्या को लेकर लवकुशनगर से लेकर राजधानी भोपाल तक शिकायतों और आंदोलन के बावजूद समस्या हल नहीं हो रही है। एक बार फिर आज अनुसूचित जाति वर्ग के नेता व कांगे्रस के जिला संगठन मंत्री राजू प्रजापति के भ्रमण के दौरान करीब 1 दर्जन ग्रामों के किसानों ने यह समस्या रखी है। लवकुशनगर के सिजयी, बेहटा, जनकपुर, जांघपुर, बेड़ी सहित करीब आधा दर्जन ग्रामों का श्री प्रजापति ने आज भ्रमण किया। जगह-जगह उन्होंने ग्रामीणों और किसानों से जब क्षेत्र की समस्याओं के बारे में चर्चा की तो किसानों ने केवल अपनी यह एक ही समस्या उनके समक्ष रखी है। श्री प्रजापति ने आश्वस्त किया कि वह छतरपुर जाकर चंदला विधानसभा क्षेत्र के किसानों की इस समस्या से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को अवगत कराएंगे। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि शीघ्र ही इस क्षेत्र की नीलगायों की समस्या से किसानों और ग्रामीणों को छुटकारा दिलाने के लिए कांग्रेस ठोस प्रयास करेगी। गौरतलब है कि नीलगाय महज वर्षों से केवल किसानों के लिए ही समस्या नहीं बनी है, बल्कि अब खेतों की रखवाली करने वाले किसानों और राहगीरों पर भी नीलगाएं हमला करने लगी हैं। पिछले दिनों नीलगाय के हमले से एक ग्रामीण की मौत भी हो चुकी है और हाल ही में प्रशासन के एक अधिकारी के वाहन को भी नीलगाय ने भ्रमण के दौरान क्षतिग्रस्त कर दिया। कुल मिलाकर जिले में इस इलाके में नीलगाएं अब जबरदस्त समस्या बन चुकी हैं।
सत्तार ने जताया प्रशासन का आभार
छतरपुर। युवा समाजसेवी अब्दुल सत्तार खान उर्फ रज्जन ने हाल ही में सम्पन्न हुये ईद मीलादुन्नवी जलसे की सफलता पर जिला प्रशासन का हार्दिक आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि ईद मीलादुन्नवी के जलसे में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने जिस तरह से सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई वह काबिले तारीफ है उन्होंने प्रशासन के इस सराहनीय काम के लिए अपनी और से हार्दिक आभार प्रकट किया है। अब्दुल सत्तार ने उन सभी स्वजातीय भाईयों का भी आभार जताया है जिन्होंने ईद मीलादुन्नवी के पर्व पर शहर को दुल्हन की तरह सजाया और दिन-रात एक कर जलसे को कामयाबी प्रदान की।
सेवानिवृत्ति कर्मचारी के जीवन की अविस्मरणीय घटना : भावना वालिम्बे
छतरपुर । जिला पंचायत के मनरेगा सेक्शन में पदस्थ लिपिक बसंत मोहन सक्सेना 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो गए। उनकी सेवानिवृत्ति पर जिला पंचायत सभाकक्ष में उन्हें समारोहपूर्वक विदाई दी गई। जिला पंचायत सीईओ भावना वालिम्बे ने इस अवसर पर कहा कि शासकीय कर्मचारी के लिए सेवानिवृत्ति भले ही एक अनिवार्य और सामान्य प्रक्रिया हो परन्तु सेवानिवृत्त कर्मचारी के जीवन में यह अत्यंत महत्वपूर्ण और अविस्मरणीय घटना होती है। एकाएक व्यक्ति के दायित्व मुक्त हो जाने से उसकी जीवनचर्या पर इसका प्रभाव होता है। उन्होंने सक्सेना के भावी सुखद जीवन की कामना करते हुए कहा कि वे रचनात्मक कार्यों में अपने आपको व्यस्त रखें।
अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एबी खरे ने श्री सक्सेना के कार्यकाल की सराहना करते हुए उन्हें कर्मठ कर्मचारी बताते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। श्री सक्सेना को शॉल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। उन्हें श्रीरामचरितमानस एवं श्रीगणेशजी की प्रतिमा भी भेंट की गई। इस मौके पर सक्सेना ने कहा कि उन्होंने पूरी तत्परता और कर्मठता से तीन से अधिक दशक तक शासन की सेवा की है और इस दौरान उन्हें अनेक खट्टे-मीठे अनुभव हुए। सहायक संचालक उद्यानिकी व्हीके मिश्रा ने इस अवसर पर श्री सक्सेना के सम्मान में कविता पाठ किया। विदाई समारोह में मीडिया प्रभारी लखनलाल असाटी, लेखाधिकारी विजय तिर्की, सहायक लेखाधिकारी कमालुद्दीन, लेखाधिकारी मनरेगा शशांक शेखर मिश्रा, कार्यालय अधीक्षक ऋषिवर्धन शर्मा, परियोजना अधिकारी मनरेगा आरपी नायक, परियोजना अधिकारी नितिन दुबे, पीयूष मिश्रा, एपीओ सुरेन्द्र खटीक, परियोजना अर्थशास्त्री श्रीमती प्रतिमा मिश्रा, क्वालिटी मानीटर श्रीमती कविता खरे, टास्क मैनेजर श्रीमती अंजना खरे, स्टेनो एलपी रैकवार आदि उपस्थित थे। संचालन सहायक यंत्री संतोष गुप्ता ने किया।
राजनगर क्षेत्र की 4 सड़कों हेतु 20 लाख मंजूर
छतरपुर । राजनगर जनपद की 4 ग्राम पंचायतों में मनरेगा एवं पंच परमेश्वर योजना के कनवरजेंस से सीमेंट कांक्रीट सड़कों का निर्माण कराया जाएगा। सड़कों के साथ-साथ नाली का भी निर्माण होगा। कलेक्टर श्री राजेश बहुगुणा ने इन कार्यों हेतु प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। इन सड़कों के निर्माण पर कुल 19 लाख 92 हजार रुपए व्यय होंगे। जिला पंचायत सीईओ श्रीमती भावना वालिम्बे ने बताया कि निर्माण कार्य हेतु संबंधित ग्राम पंचायत को दायित्व सौंपा गया है। ग्राम पंचायतों से कहा गया है कि वह मनरेगा के समस्त प्रावधानों का पालन करते हुए स्वीकृत निर्माण कार्य शीघ्र पूरे कराएं। यदि तीन माह तक कार्य प्रारंभ नहीं किया गया तो यह आदेश स्वमेव निरस्त समझा जाएगा। ग्राम पंचायत सूरजपुरा में बाबू आदिवासी के घर से भागीरथ के घर तक, ग्राम पंचाायत मनिया के ग्राम देवकुलिया में हीरालाल के घर से गनपत पटेल के घर की ओर, ग्राम पंचायत ललपुर में सार्वजनिक हैंडपंप से गोपाल व लखन यादव के मकान से होते हुए सार्वजनिक कूप के पास तक तथा ग्राम पंचायत बम्हौरीबहादुरजू में कालीचरण अहिरवार के घर से सुखलाल अहिरवार के घर तक सीमेंट कांक्रीट रोड एवं नाली निर्माण कार्य किया जाएगा। प्रत्येक सड़कमार्ग की लंबाई 182.89 मीटर होगी तथा प्रत्येक कार्य पर 4 लाख 98 हजार रुपए व्यय होंगे।
– संतोष गैंगेले