करोड़ों डॉलर के अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड घोटाले के तार भारत से जुड़े

विश्व में 20 करोड़ डॉलर का क्रेडिट कार्ड फर्जीवाड़ा करने के दोषी पाए गए 18 लोगों में कम से कम पांच लोग भारतीय मूल के हैं। इस घोटाले में ये लोग कारोबारियों एवं वित्तीय फर्मों को धोखा देने के लिए हजारों की संख्या में फर्जी पहचान का इस्तेमाल करते थे और करोड़ों डॉलर पाकिस्तान और भारत पहुंचाते थे।

अमेरिका में अब तक के सबसे बड़े क्रेडिट कार्ड घोटाले में लोगों ने क्रेडिट कार्ड हासिल करने के लिए अपनी पहचान छिपाई और इन कार्डों से जुड़े खरीदारी और उधार की सीमा बढ़ाने के लिए संबंधित क्रेडिट-रिपोर्ट में हेराफेरी की।

अमेरिकी एटार्नी पॉल फिशमैन ने कहा कि इसके बाद, इन्होंने इस कार्ड के जरिये जितना हो सका खर्च किया और उधार लिया और कारोबारियों व वित्तीय संस्थानों को 20 करोड़ डॉलर से अधिक का चूना लगाया। एफबीआई से कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने 13 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और न्यूजर्सी, न्यूयार्क, पेनसिल्वेनिया और कनेक्टिकट में इनके ठिकानों पर छापे मारे।

बैंक के साथ धोखाधड़ी करने के दोषी पाए गए लोगों में बाबर कुरैशी, इजाज बट, रघबीर सिंह, मोहम्मद खान, सत वर्मा, विजय वर्मा, तरसेम लाल और विनोद डडलानी शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक को लॉखों डालर का जुर्माना भरना पड़ सकता है और 30 साल तक की कैद की सजा हो सकती है।

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