यहां पढ़ें: एमबीबीएस की पढ़ाई से आतंक की ट्रेनिंग तक

guru afzal 2013-2-9शनिवार को संसद पर हमले में दोषी आतंकी अफजल गुरु को तिहाड़ में फांसी दी गई। यहां ही इसको दफना दिया गया। चलिए हम आपको आज बताते हैं कि कैसे पढ़ाई में तेजतर्रार एक छात्र आतंकी बन गया।

अफजल का जन्म बारामूला में हुआ और वहीं उसने पढ़ाई की। बचपन से ही अफजल काफी होनहार छात्र था। दसवीं और बारहवीं में वह फ‌र्स्ट डिवीजन आया।

इसके बाद उसने डॉक्टर बनने के लिए प्रीमेडिकल टेस्ट दिया। अच्छे रैंक से पास भी हुआ और एमबीबीएस की पढ़ाई भी शुरू कर दी। इसी दौरान वह आईएएस की तैयारी भी शुरू कर दिया लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। पढ़ाई के वक्त ही वह जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का सदस्य बना और वहीं से उसने आतंकी ट्रेनिंग ली। लेकिन कुछ दिनों के बाद उसने बीएसएफ के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। किसी आतंकी मामले में शामिल नहीं होने की वजह से उसे सजा नहीं हुई। मूल रूप से कश्मीर के सोपोर का रहने वाला अफजल अपने काम के सिलसिले में तारिक नाम के शख्स से मिला, जिसने उसे जिहाद के लिए उकसाया। बाद में तारिक ने ही उसे पाकिस्तान में अन्य आतंकियों से मिलाया। वहां पर अफजल को फिदाइन हमले की ट्रेनिंग दी गई। और अब इसका हश्र सबके सामने है।

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