-मूलचंद पेसवानी- जहाजपुर – पंडेर/ पंडेर क स्बे में पिछले दिनों मकान की खुदाई के दौरान लगातार मिली सिढिय़ों ओर पुरामहत्व के अवशेषों के मिलने के बाद दैनिक भास्कर में समाचारों के प्रकाशन के बाद हरकत में आए पुरातत्व विभाग की टीम ने गहनता से जांच कर सशर्त मकान मालिक को खुदाई करने की इजाजत दे दी जिससे मकान मालिक के सामने खुदाई का रास्ता साफ हो गया। पुरातत्व विभाग ने पंडेर पुलिस को पांबद किया खुदाई के दौरान किसी तरह की प्रतिमा,शिलालेख आदि सामग्री मिले तो पुरातत्व विभाग के साथ ही प्रशासन को सूचित करे ताकि सामग्री का अध्ययन किया जा सके।
जानकारी के अनुसार पंडेर कस्बे में रतनलाल दर्जी के मकान की नींवों की खुदाई के दौरान लगातार दस िसढिय़ा ओर पुरामहत्व के अवशेष िजनमें आठ सौ साल पुराना शंख व खंडित देविय प्रतिमा मिली थी। दैनिक भास्कर में समाचारो के प्रकाशन के बाद पुरातत्व व संग्रहलाय विभाग अजमेर के अधीक्षक सैयद आजम हुसैन के नेतृत्व में एक टीम पंडेर पहूंची ओर गहना से निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट निदेशक को सौंपने तक काम बंद करने की हिदायत दी। निदेशक का रिपोर्ट सौंपने के बाद ही अजमेर कार्यालय ने पंडेर पुलिस को एक खत भेजकर स्पष्ट किया खुदाई का काम रतनलाल दर्जी द्वारा शुरू किया जा सकता है। मगर इस पांबदी के साथ इजाजत दी गई कि यदि इस दौरान कोई प्रतिमा , शिलालेख आदि सामग्री निकलती है तो प्रशासन के साथ साथ पुरातत्व विभाग को सूचित करे ताकि इसका गहनता से अध्ययन किया जा सके। पुरातत्व विभाग की ह री झंडी िमिलने के साथ ही खुदाई का काम शुरू कर सकेगा।
सात दिनों से बंद खुदाई का काम शुरू
जेसे ही पुलिस ने रतनलाल दर्जी को पुरातत्व विभाग की सशर्त अनुमति मिलने की सूचना दी वेसे ही दर्जी से शनिवार को अपना काम शुरू कर दिया। गौरतलब है कि दर्जी परिवार के मकान निर्माण का कार्य पिछले सात दिनों से बंद पड़ा हुआ था।
दर्जी परिवार का सपना हो सकेगा साकार
बीपीएल दर्जी परिवार का सपना अब साकार हो सकेगा पिछले कई दिनों से इस परिवार के सामने अजमंजस के हालात थे। दर्जी परिवार के मुखिया रतनलाल दर्जी ने भास्कर को चर्चा में बताया कि अब उसके आशियानेे का सपना साकार हो सकेगा।
बावड़ी होने के पूरे मिले सबूत
पुरातत्व विभाग के अधीक्षक ने अपनी जांच रिर्पोट में बताया कि खुदाई के दौरान १० प्रस्तर सिढिय़ा निकली है। जिनकी लंबाई ६ फिट व मोटाई भी ६ इंच ही है। अंतिम सीढ़ी पर अद्र्व गोलाकर आकृति तक्षित है जिसके दोनो ओर शंख का अंकन है साथ ही अंतिम सीढ़ी के दोनो ओर प्रस्तर शिला पर अद्र्वकमलाकृति का अंकन है। सिढिय़ों के दौरान ईंटो की चुनाई होने का दावा करते हुए विभाग के अधीक्षक ने बताया कि खुदाई के दौरान किसी प्रतिमा की कलाई से आगे का भाग खंडित हस्त भाग निकला जिसके हाथ मे शंख है। हस्त भाग पर्याप्त खंडित है। विभाग ने इन अवशेषो को स्थापत्य शिल्प की दृष्टि से साधारण बनाते हुए खुदाई के दौरान किसी अन्य स्थान के बजाय बावड़ी होने के पर्याप्त सबूत उपलब्ध है।