दिल्ली गैंगरेप मामले में मंगलवार को फास्ट टै्रक कोर्ट में मामले के पांच आरोपियों का बयान लेने वाले मजिस्ट्रेट और डॉक्टरों की गवाही होगी। इसके लिए एम्स के दो डाक्टरों को गवाही के लिए आज कोर्ट में पेश होने को कहा गया है। ये डॉक्टर आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पहचान परेड के दौरान मौजूद थे। वहीं मामले के नाबालिग आरोपी के बाबत आज ही दिल्ली पुलिस जुवेनाइल कोर्ट में अपनी जांच रिपोर्ट पेश करेगी।
इससे पहले भी सोमवार को एम्स के दो डॉक्टरों और दो बैंक अधिकारियों की गवाही हुई थी। बैंक अधिकारियों ने वारदात के बाद हादसे की शिकार लड़की और उसके दोस्त के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करने के मामले में गवाही दी है।
इसी मामले में दिल्ली पुलिस आज नाबालिग आरोपी की जांच रिपोर्ट दिल्ली गेट स्थित जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश करेगी। सोमवार को पुलिस जांच रिपोर्ट तैयार कर ली गई। जांच से जुड़े आला अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।
पुलिस अधिकारी की मानें तो दिल्ली गैंगरेप मामले में छह दरिंदों ने जिस चार्टर्ड बस में 23 वर्षीय फिजियोथेरेपिस्ट युवती के साथ दुष्कर्म किया था, घटना से करीब आधा घंटा पूर्व उन्हीं बदमाशों ने उसी बस से संगम विहार के रहने वाले व्यापारी रामाधार सिंह को बस में बिठाकर उससे नकदी व मोबाइल लूटा था। यह केस भी वसंत विहार थाने में ही दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच भी दुष्कर्म मामले से जुड़े अधिकारी ही कर रहे हैं। इस मामले में मंगलवार को साकेत स्थित महानगर दंडाधिकारी की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। रामाधार सिंह के साथ लूट के मामले में नाबालिग आरोपी राजू भी शामिल था। इसलिए जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में नाबालिग आरोपी के खिलाफ एक दूसरी जांच रिपोर्ट कुछ दिनों के बाद सौंपी जाएगी। मंगलवार को सिर्फ दुष्कर्म के मामले में जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
रामाधार मामले में पांच आरोपियों राम सिंह, मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा व अक्षय कुमार सिंह उर्फ ठाकुर के खिलाफ सोमवार को ही साकेत स्थित महानगर दंडाधिकारी की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जानी थी किंतु अंत में किसी कारण चार्जशीट दाखिल नहीं की गई। एक से दो दिन के अंदर चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी।
वहीं दिल्ली गैंगरेप के आरोपी पवन गुप्ता की 18 वर्षीय बहन डिंपल को दिल का दौरा पड़ने से रविवार रात आरकेपुम, रविदास कैंप स्थित घर में मौत हो गई। भाई की गिरफ्तारी के बाद से वह सदमे में थी। संसद हमले के आरोपी अफजल को तिहाड़ जेल में फांसी दिए जाने की खबर सुन वह और ज्यादा विचलित हो गई थी। उसके मन में शंका घर कर गई थी कि उसके भाई को भी एक दिन इसी तरह फांसी दे दी जाएगी। सदमा न झेल पाने की वजह से उसे दिल का दौरा पड़ गया। सोमवार को उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।