हेलीकॉप्टर डील घोटाले में संप्रग सरकार और पूर्व वायु सेनाध्यक्ष को सीधे तौर पर घूस दिए जाने को लेकर विपक्ष ने सीधा हमला बोलना शुरू कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि वह इस संबंध में सीबीआई की जांच पर विश्वास नहीं रखती है। भाजपा ने इस घोटाले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में तय समय के अंदर कराने की मांग की है।
सरकार के इस संबंध में सीबीआई जांच कराने का आदेश दिए जाने पर भी अब प्रमुख विपक्ष दल चुटकियां ले रहा है। इस मामले में एसपी त्यागी के रिश्तेदार संदीप त्यागी ने किसी तरह की घूस लिए जाने से साफ इन्कार किया है। हालांकि पूर्व वायुसेनाध्यक्ष ने इस बात पर हामी भरी है कि इटली की जांच रिपोर्ट में उनका और उनके रिश्तेदारों का नाम सीधेतौर पर शामिल किया गया है। लेकिन साथ ही उन्होंने इस सौदे में किसी भी तरह की घूस लिए जाने से साफ इन्कार किया है।
हेलीकॉप्टर घोटाले के सामने आने के बाद पूर्व वायु सेनाध्यक्ष एसपी त्यागी ने कहा कि इस सौदे पर मुहर केबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी ने लगाई थी। वहीं इस सौदे में बिचौलिये रहे गाइडो हैशके ने माना है कि वह इस सौदे के लिए छह से सात बार पूर्व वायु सेनाध्यक्ष से मिले थे।
वहीं मामले में भाजपा के रविशंकर प्रसाद ने रक्षा मंत्री एके एंटनी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो एंटनी एक शिकायती पोस्टकार्ड मिलने पर ही जांच बैठा देते थे वह अब तब कार्रवाई कर रहे हैं जब इटली में एक कंपनी का सीईओ गिरफ्तार हो चुका है।
इटली के साथ रक्षा सौदे के संबंध में घूस लेने के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए त्यागी ने कहा कि हेलीकॉप्टर सौदे को लेकर जो मुझपर आरोप लग रहे हैं वो बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि वह इटली की जांच रिपोर्ट में नाम आने से हैरान हैं। यह सौदा मेरे कार्यकाल के बाद हुआ। हालांकि उन्होंने माना कि इस सौदे के टेंडर में बदलाव उनके ही कार्यकाल में हुआ था।
पूर्व वायुसेनाध्यक्ष का कहना है कि इटली की जांच रिपोर्ट में जिन नामों का उल्लेख किया गया है वह उनके रिश्तेदार हैं। इनमें जूली, डोक्सा, संदीप त्यागी के नाम हैं। पूर्व वायुसेनाअध्यक्ष ने मामले की जांच का स्वागत किया है और कहा कि वह इसमें पूरा सहयोग करेंगे।
गौरतलब है कि 750 मिलियन डॉलर के हेलीकॉप्टर सौदे के तहत इटली की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड को भारत को बारह हेलीकॉप्टर की सप्लाई करनी थी। इनमें से दो की सप्लाई की जा चुकी है। यह हेलीकॉप्टर वीवीआईपी लोगों के आने जाने और वायुसेना के लिए खरीदे जाने थे। लेकिन मंगलवार को इटली में इस मामले की जांच के बाद पुलिस ने रक्षा कंपनी फिनमेक्कनिका के सीईओ को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद ही इसकी गूंज भारत में सुनाई पड़ी और रक्षा मंत्री ने जांच के आदेश दिए।