ओबामा ने दी उत्तर कोरिया-ईरान को चेतावनी

obamaवाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को उत्तर कोरिया और ईरान को उनके विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पालन करने की नसीहत दी है। ऐसा न करने पर अमेरिका ने उत्तर कोरिया-ईरान को चेतावनी भी दे डाली है। इसके साथ ही युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से अगले एक साल में 34 हजार अमेरिकी सैनिकों की वापसी की घोषणा भी की है।

उधर, ब्रिटेन ने उत्तर कोरिया के राजदूत को तलब किया है। कनिष्ठ विदेश मंत्री ह्यूगो स्वायर ने कहा, मैंने उत्तर कोरिया के मंगलवार को किए परमाणु परीक्षण की प्रतिक्रिया में उसके राजदूत को बुलाया है। उन्होंने उत्तर कोरिया के परीक्षण को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का साफ उल्लंघन बताते हुए कहा कि ब्रिटेन संयुक्त राष्ट्र के उस प्रस्ताव का समर्थन करता है, जिसमें उत्तर कोरिया पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की बात कही गई है। अपने दूसरे कार्यकाल में राष्ट्र को पहली बार संबोधित करते हुए ओबामा ने देश की बदहाल अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ प्रस्ताव भी पेश किए हैं। इसके तहत मध्य वर्ग का तेज विकास, रोजगार सृजन, खर्च पर लगाम और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को आकर्षित करने के लिए आव्रजन सुधार शामिल है।

ओबामा ने कहा, इस गर्मी में अफगानिस्तान में हमारी सेना सहायक की भूमिका में आ जाएगी जबकि अफगान सुरक्षा बल मोर्चा संभालेंगे। अगले साल 34 हजार अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान से लौटकर अपने घर आ जाएंगे।

उत्तर कोरिया का कदम उकसाने वाला

ओबामा ने उत्तर कोरिया के तीसरे परमाणु परीक्षण को उकसाने वाला कदम बताते हुए प्योंगयांग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता जताई। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को धता बताते हुए उत्तर कोरिया ने मंगलवार को तीसरा परमाणु परीक्षण किया था। एक घंटे से ज्यादा समय तक दिए अपने इस भाषण में ओबामा ने कहा, उत्तर कोरिया को पता होना चाहिए कि अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पालन करके ही वे सुरक्षा और समृद्धि पा सकते हैं। मंगलवार को जिस प्रकार उकसाने वाली कार्रवाई की गई उससे वह फिर अलग-थलग पड़ जाएगा। धमकियों के जवाब में कड़ी कार्रवाई करने की सूरत में हम दुनिया की अगुवाई करेंगे।

उन्होंने ईरानी नेताओं से भी कहा कि अब समय आ गया है कि परमाणु कार्यक्रम पर जारी गतिरोध को समाप्त किया जाए। कहा कि उसके लिए राजनयिक विकल्प अभी भी खुले हुए हैं।

तालिबान ने कदम को बताया अपर्याप्त

ओबामा द्वारा अफगानिस्तान से अगले एक साल में 34 हजार अमेरिकी सैनिकों की वापसी का जहां काबुल ने स्वागत किया है वहीं तालिबान ने इस कदम को अपर्याप्त बताया है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जनरल मुहम्मद जहीर आजमी ने कहा, इस साल के आखिर तक हम सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी संभाल लेंगे। उधर तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि सैनिकों की संख्या घटाने से समस्या का समाधान नहीं होगा। जब तक विदेशी सेना अफगानिस्तान में रहेंगी जिहाद की लड़ाई जारी रहेगी।

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