जिला कलक्टर ने सराधना शिविर का निरीक्षण किया

PRO3अजमेर । अजमेर जिले की पीसांगन पंचायत समिति की सराधना ग्राम में आयोजित प्रशासन गांव के संग शिविर में आज गांव के तेजाजी महाराज का भोपा देवीलाल मुख्यमंत्राी निराश्रित संबल योजना में 2 हजार रूपये की नगद आर्थिक सहायता पाकर रोने लग गया। देवीलाल की आंखों से आंसू किसी पीड़ा से नही बल्कि खुशी से मजमे आम में निकल पड़े। उसने बताया कि उसे कतई उम्मीद नहीं थी कि शिविर में आते ही उसकी समस्या का तत्काल निराकरण हो जायेगा और उसे 2 हजार रूपये की नकद सहायता भी मिल जायेगी। सराधना के सरपंच मुकेश कुमार मुण्डावरलियां और कुछ ग्रामीण व्यक्ति देवीलाल को लेकर शिविर में उपखण्ड अधिकारी श्री निशु अग्निहोत्राी के पास पहुंचें और उनसे अनुरोध किया कि देवीलाल निराश्रित व्यक्ति है जिसके घर में कोई नही है। सर ढकने के लिए छत भी नही है। तेजाजी के भोंपे के रूप में गांव के लोगों की सेवा करता है इसलिए इसकी वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृत की जाये। उपखण्ड अधिकारी ने एक कदम आगे बढ़कर देवीलाल की उसी समय फोटो खिंचा कर मुख्यमंत्राी निराश्रित संबल योजना में फार्म भरवाया और उसे स्वीकृत किया।

जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया ने देवीलाल को 2 हजार रूपये की नकद आर्थिक सहायता दी। नगद सहायता पाते ही देवीलाल की आंखों से तेजी से अश्रु धारा बहने लगी। उपखण्ड अधिकारी श्री निशु अग्निहोत्राी और ग्रामवासियों ने उसके आंसू पौंछकर ढ़ाढस बंधाया। देवीलाल खुशी के मारे बोल भी नहीं पा रहा था। शिविर में उसकी वृद्धावस्था व निराश्रित पेंशन योजना का फार्म भी भराकर हाथों हाथ स्वीकृत किया गया। अब देवीलाल को घर बैठे प्रतिमाह पेंशन मिलेगी।

जिला कलक्टर ने सराधना शिविर का निरीक्षण किया
PRo2अजमेर । जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया ने आज प्रातः सराधना ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित शिविर का अचानक निरीक्षण किया और विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए काउन्टर पर जाकर अभियान के दौरान उनके द्वारा निपटाई जा रही समस्याओं तथा दी जा रही सहायता के बारे में जानकारी हांसिल की। गालरिया ने pro1शिविर में स्कूल के छात्रों की भीड़ को देखकर उनसे बातचीत की और शिविर में आने के बारे में पूछा। स्कूल के बच्चों ने बताया कि उन्हें सूचना दी गई कि शिविर में मौके पर ही उनके मूल निवास व जाति प्रमाण पत्रा बनाये जा रहे है इसलिए वे शिविर में अपना प्रमाण पत्रा लेने आये हैं। उन्हें अच्छा लग रहा है कि उनके प्रमाण पत्र स्कूल में ही बनाये जा रहे हैं जिसके बनाने के लिए उन्हें वे उनके पिताजी को उपखण्ड अधिकारी व कलेक्ट्रेट जाना पड़ता। जिला कलक्टर ने चिकित्सा विभाग के काउन्टर पर जाकर चिकित्सकों द्वारा दी जा रही निशुल्क दवा व जांच के बारे में जानकारी ली तथा स्वाईन फ्लू की दवा को भी देखा। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की विभिन्न योजना के बारे में संबंधित कर्मचारी से बातचीत की। इसीप्रकार उन्होंने विद्युत, जलदाय राजस्व रसद ग्रामीण विकास सहित अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा किये जा रहे कार्यों को भी देखा और कृषि विभाग द्वारा काश्तकारों को स्वीकृत आर्थिक सहायता के चैक भी वितरित किये गये।

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