वाशिंगटन। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी उनके बारे में चाहे जो राय रखते हों, लेकिन हकीकत में ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक उनकी स्वीकार्यता लगातार बढ़ रही है। अमेरिकी संसद में बुधवार को ऐसा ही नजारा उस समय देखने को मिला जब एक सांसद एफ एन फालेओमावेगा ने मोदी को असाधारण नेता बताते हुए अपनी सरकार से उन्हें खुला और पूर्ण समर्थन देने की सलाह दे डाली।
फालेओमावेगा का यह बयान गुजरात दंगों पर मौन साधे रहने वाले मोदी द्वारा 2002 के दंगों को दुर्भाग्यपूर्ण बताने के कुछ दिन बाद आया है। मोदी के इसी बयान के बाद यूरोपीय संघ के मुल्कों ने मोदी को लेकर अपना एक दशक पुराना बहिष्कार व्रत तोड़ने का फैसला कर लिया। यही नहीं पश्चिमी देश अब मोदी के साथ साझेदारी बढ़ाने को भी उत्सुक दिखाई दे रहे हैं।
अमेरिकी सांसद फालेओमावेगा ने हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में कहा कि मोदी के असाधारण नेतृत्व से उनका रज्च्य गुजरात अब भारत की आर्थिक रीढ़ बन चुका है। लिहाजा, अमेरिकी सरकार को उनके विजन और विचारों का खुला समर्थन करना चाहिए।
अपने भाषण के दौरान फालेओमावेगा ने कहा, मुझे उम्मीद है कि अमेरिका गुजरात को नई नजर से देखेगा और मुख्यमंत्री मोदी का साथ देगा, क्योंकि वह अपने प्रदेश और विदेश में रोजगार का सृजन कर लोगों का जीवन स्तर सुधारने और विश्व अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए काम करते हैं।
फालेओमावेगा इकलौते संसद सदस्य हैं जो 113वीं कांग्रेस में मोदी के खुला समर्थन करने के लिए आगे आए हैं। उनसे पहले 112वीं कांग्रेस में इलिनॉयस से रिपब्लिकन सांसद ने नरेंद्र मोदी का गुणगान किया था।
फालेओमावेगा ने कहा कि यह भारत-अमेरिका संबंधों और निवेश को मजबूत करता है। निचले सदन में गैर-वोटिंग डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि फालेओमावेगा गृह मंत्रालय की एशिया प्रशांत और वैश्रि्वक पर्यावरण पर बनी समिति के सदस्य हैं।