अगरतला। भारत के चुनावी इतिहास में त्रिपुरा में अब तक का सर्वाधिक यानी 93 फीसद मतदान रिकॉर्ड किया गया। वामदल शासित इस राज्य ने पिछले बार के अपने ही रिकार्ड 91.22 फीसद को तोड़कर नया कीर्तिमान बना दिया।
राज्य मुख्य चुनाव अधिकारी अशुतोष जिंदल ने बताया कि 93 फीसद मतदान के साथ त्रिपुरा ने नया कीर्तिमान बना दिया है। 2008 विधानसभा चुनाव में 91.22 फीसद, वोट पड़े थे जो देश में अब तक का सर्वाधिक मतदान प्रतिशत था। राज्य में कुल 23,58,493 मतदाता पंजीकृत हैं। दिल्ली में उप चुनाव आयुक्त आलोक शुक्ला ने बताया कि गोमती जिले के राधा किशोरपुर विधानसभा क्षेत्र के चनमन जेबी स्कूल स्थित मतदान केंद्र पर सबसे ज्यादा 99 फीसद मतदाताओं ने वोट डाले। यहां 605 में 600 लोगों ने अपने मत का इस्तेमाल किया। शुक्ला के मुताबिक इस चुनाव में पहली बार त्रिपुरा में डाक के जरिए मत डालने की व्यवस्था की गई थी।
राज्य में मतदान का सिलसिला सुबह सात बजे से शुरू हुआ और शाम चार बजे के बाद भी कई मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें थीं। चुनाव अधिकारियों के मुताबिक देर शाम आठ बजे के बाद भी मतदान हुआ। पुलिस ने बताया कि सीआरपीएफ के गश्ती दल ने बोधजंगनगर इलाके के खैरपुर में उग्रवादियों द्वारा एक बस में छुपाए गए पांच बमों को ढूंढ़कर उसे निष्क्रिय किया। इसके अलावा चुनाव शांतिपूर्ण रहा। एक-दो स्थानों पर ईवीएम में तकनीकी गड़बड़ियां सामने आई जिन्हें तुरंत दूर कर लिया गया।
रिकॉर्ड मतदान से उत्साहित वाम मोर्चे ने कहा कि त्रिपुरा में लगातार पांचवीं बार उनकी सरकार बनेगी। पिछले चुनाव में वाम मोर्चे को 60 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटें मिली थीं। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को महज 10 सीटों से संतोष करना पड़ा था। भाजपा इस राज्य में अब तक अपना खाता नहीं खोल पाई है।