
अजमेर। हाईकोर्ट की एम्पावर्ड कमेटी द्वारा नगर निगम और यूआईटी को नदी, नालों के मार्ग मंे बाधा बन रहे अतिक्रमणों को हटाने के निर्देश दिये गये। इसके बाद आनासागर और फॉयसागर झील मंे जाने वाले पानी में रूकावट बन रहे कच्चे पक्के अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही शुरू कर दी गई। शुक्रवार को न्यास के दल ने भारी पुलिस जाप्ते की मौजूदगी में अभियान की शुरुआत ईदगाह रोड से की दल ने आरपीएससी होते हुए चौधरी कॉलोनी तक के अवैध अतिक्रमणो को हटाया। मौके पर मौजूद यूआईटी के एक्ससीएन एमके माथुर और एईएन राजेन्द्र कुडी ने बताया कि एम्पावर्ड कमेटी के निर्देशानुसार चिन्हीत किये गये अतिक्रमणांे को हटाने की कार्यवाही की जा रही है। अतिक्रमियों को सर्वे के बाद जुलाई में नोटिस दिये गये थे। इसके बाद भी अतिक्रमण जारी रहे जिन्हें हटाया जा रहा है। शुक्रवार को यूआईटी के अधिकारीयों ने ईदगाह रोड़, आरपीएससी और चौधरी कॉलोनी के लगभग 22 चिन्हित अतिक्रमणों को जेसीबी द्वारा ज़मींदोज़ कर दिया। अतिक्रमणकारीयों ने नाले पर बॉन्ड्री वॉल, लेटबाथ और मकान के आगे और पीछे के हिस्सो में अतिक्रमण कर रखा था। यह सभी वो निर्माण है जो नदी और नालों के स्वाभाविक बहाव के मार्ग में बाधा बन रहे है। माना जा रहा है कि यदि इन निर्माणों को हटा दिया गया तो आने वाले बरसात के मौसम में अजमेर की आनासागर और फॉयसागर झील एक बार फिर पुराने दिनों की तरह ना केवल लबालब हो जायेगी बल्कि अजमेर के भूमिगत जल स्तर में भी सुधार होगा जिसका लाभ आम जनता को मिल सकेगा।