उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री आजम खां ने इलाहाबाद स्टेशन पर हुई भगदड़ में 37 लोगों की मौत के बाद भले ही कुंभ मेला प्रबंधन प्रभारी पद इस्तीफा दे दिया हो लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शनिवार को मुस्लिम मंत्री को मेला का प्रभारी नियुक्त करने पर सवाल उठाया।
संघ के मुखपत्र ‘ऑर्गेनाइजर’ ने ताजा अंक के संपादकीय में लिखा है, ‘उत्तर प्रदेश में जिस महाकुंभ से सरकारी खजाने में करोड़ों रुपये आए, उसका प्रभारी एक मुस्लिम मंत्री है। यह कोई मामला नहीं है कि कोई हिंदू मंत्री रहता तो हादसा नहीं हुआ होता लेकिन सरकार इस काम को बेहतर प्रतिनिधित्व से शुरू कर सकती थी। इस संपादकीय का शीर्षक है, ‘आजम खां कुंभ में क्या कर रहे थे?’
आगे कहा गया है कि प्रभारी मंत्री ऐसे व्यक्ति को होना चाहिए था जो समानुभूति रखने वाला, घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ और तीर्थयात्रियों के प्रति प्रतिबद्ध रहता। आजम इनमें से कुछ नहीं थे। आजम खां महा कुंभ के प्रभारी थे। गत रविवार को हुई भगदड़ के बाद उन्होंने इस जिम्मेदारी से इस्तीफा दे दिया था लेकिन उनके इस्तीफे को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नहीं स्वीकार किया था।