बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन एक चुनौतिपूर्ण कार्य – बोर्ड अध्यक्ष

board office 02अजमेर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. पी.एस वर्मा ने कहा है कि बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन शिक्षा अधिकारियों और बोर्ड के लिये एक चुनौतिपूर्ण कार्य है। शिक्षक, शिक्षा अधिकारियों और बोर्ड कार्मिकों का समाज की कसौटी पर खरा उतरने का एक पैमाना बोर्ड परीक्षाओ का सफल आयोजन भी है। शिक्षकों का दायित्व है कि वे बोर्ड परीक्षाओं को अनुचित साधनों से विहिन और निर्वघ्न रूप से सम्पन्न करावें।
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. वर्मा राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वर्ष 2013 की परीक्षाओं के सफल संचालन के लिये सोमवार को राजीव गांधी विद्या भवन में आयोजित प्रदेश के शिक्षा उपनिदेशकों व जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होनें कहा कि बोर्ड का ध्येय है कि छोटी उम्र के स्कूली विद्यार्थियों को परीक्षा केन्द्र जाने के लिये कम से कम दूरी तय करनी पडे। परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण का कार्य संबंधित जिले के जिला शिक्षा अधिकारी की अनुशंषा पर होता है। परन्तु कई प्रकरणों में जिला शिक्षा अधिकारी बिना भौगोलिक जानकारी के परीक्षा केन्द्र बनाने की अनुशंषा कर देते है, जिसका खामियाजा बोर्ड, परीक्षार्थी और अभिभावक को भुगतना पडता है। उन्होंने जोर देकर शिक्षा अधिकारियों से कहा कि आगामी परीक्षाओं के लिये परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण हेतु क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये ही अपनी अनुशंषाऐं बोर्ड को भेजे।
डॉ. वर्मा ने कहा कि अधिकारी फ्लाईग स्कॉवड के निर्धारण में पक्षपात न करे। युवा और तंदुरूस्त लोगों को ही उडनदस्ते में लगाये। प्रति सप्ताह फ्लाईग स्कॉवड के सदस्यों का रोटेशन से बदलाव किया जाये। उडनदस्ते रात्रि को भी नोडल और एकल परीक्षाकेन्द्रो के प्रश्न पत्रों की सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें, और प्रश्न पत्रों की सुरक्षा में ड्यूटी पर लगे कार्मिकों की उपस्थिति सुनिश्चित करें। लापरवाह और संदिग्ध आचरण वाले कार्मिकों को फ्लाईग स्कॉवड में न लगाये। उन्होनें शिक्षा अधिकारियों से कहा कि वे परीक्षाकाल में जितना फील्ड में मोबाईल रहेगे नीचे का तंत्र भी उतना ही सतर्क रहेगा।
उन्होनें कहा कि प्रदेश की प्रत्येक तहसील में एक-एक उडनदस्ता तैनात किया जायेगा। इसके अतिरिक्त जोधपुर, बाडमेर और दौसा जिलो की प्रत्येक तहसील में दो-दो उडनदस्ते तैनात किये जा रहे है। ताकि इन संवेदनशील क्षेत्रों के परीक्षा केन्द्रों पर अनुचित साधनों के प्रयोग पर पूर्णतः अंकुश लगाया जा सकें। उन्होने कहा कि सभी उडनदस्तों को अपने क्षेत्र के किसी भी परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा प्रारम्भ होने से 45 मिनट पूर्व पहुॅचने के निर्देश जारी किये गये है ताकि वे परीक्षा प्रारम्भ होने से पूर्व की जाने वाली व्यवस्थाओ का भली भांति जायजा ले सकें।
बोर्ड के सचिव एम.आर. शर्मा ने कहा कि सरकार भी बोर्ड परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिये प्रतिबद्ध है। गत माह जयपुर में हुई राज्य उच्च अधिकार प्राप्त परीक्षा समिति की बैठक में माननीय शिक्षा मंत्री ने भी संकेत दिये कि बोर्ड परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होनें कहा कि बोर्ड राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को उनके द्वारा गत वर्ष परीक्षा आयोजन में किये गये व्यय का कुल 60 प्रतिशत इस वर्ष की परीक्षा के आयोजन के लिये अग्रिम के रूप में दे रहा है।
श्री शर्मा ने कहा कि इस वर्ष स्वंयपाठी परीक्षार्थियों के भी परीक्षा आवेदन पत्र ऑनलाईन भरवाये गये है। बोर्ड ने गत परीक्षाओं से नियमित परीक्षार्थियों के आवेदन पत्र ऑनलाईन भरवाने प्रारम्भ किये थे। इस प्रकार इस वर्ष बोर्ड परीक्षा में प्रविष्ठ होने वाले सभी परीक्षार्थियों के परीक्षा आवेदन पत्र ऑनलाईन भरवाये गये है। राजस्थान बोर्ड ही देश का एकमात्र बोर्ड है जहां सभी परीक्षार्थियांे के परीक्षा आवेदन पत्र ऑनलाईन भरवाये जा रहे है।
बोर्ड के परीक्षा निदेशक – आर.बी. गुप्ता ने बताया कि इस वर्ष उच्च माध्यमिक एवं वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षाऐं 07 मार्च 2013 से प्रारम्भ तथा 01 अप्रेल 2013 को समाप्त होगी। माध्यमिक एवं प्रवेशिका परीक्षाऐं 14 मार्च 2013 से प्रारम्भ तथा 25 मार्च 2013 को समाप्त होगी। अखिल भारतीय इंजिनियरींग और मेडिकल परीक्षाओं को दृष्टिगत रखते हुए सीनियर सैकण्डरी विज्ञान वर्ग के परीक्षार्थियों की परीक्षाऐं 21 मार्च को समाप्त होगी। इस वर्ष बोर्ड परीक्षाओं के लिये कुल 20 लाख 14 हजार 6 सौ 91 परीक्षार्थी पंजीकृत किये गये है, जो गत वर्ष की तुलना में 3 लाख 8 हजार 70 अधिक है। इस वर्ष उच्च माध्यमिक परीक्षा में 7 लाख 89 हजार 8 सौ 14 परीक्षार्थी, माध्यमिक परीक्षा में 12 लाख 10 हजार, वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में 5 हजार 3 सौ 45 और प्रवेशिका परीक्षा में 9 हजार 5 सौ 32 परीक्षार्थी परीक्षा में प्रविष्ठ होगंे।
श्री गुप्ता ने कहा कि परीक्षार्थियों को परीक्षा के लिये कम से कम दूरी तय करनी पडे इसलिये इस वर्ष 332 नये परीक्षा केन्द्र बनाये गये है। इस वर्ष कुल 5 हजार 94 परीक्षा केन्द्र बनाये गये है। इनमें 4 हजार 1 सौ 32 परीक्षा केन्द्रों के प्रश्न पत्र पुलिस थानों पर रखे जायेगें एवं 4 सौ 54 परीक्षा केन्द्रों के प्रश्न पत्र एकल परीक्षा केन्द्रों पर तथा 1 सौ 34 परीक्षा केन्द्रों के प्रश्न पत्र नोडल केन्द्रों पर, 3 सौ 16 परीक्षा केन्द्रों के प्रश्न पत्र पुलिस चौकियों और 38 परीक्षा केन्द्रों के प्रश्न पत्र सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस लाईन में रखने की व्यवस्था की जा रही है। राज्य में 59 परीक्षा केन्द्रों को संवेदनशील और 51 परीक्षा केन्द्रों को अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्रों के रूप में चिन्ह्ति किया गया है। इन केन्द्रों पर उपयुक्त पुलिस बल तैनात करने, पुलिस के द्वारा नियमित पेट्रोलिंग करने तथा अनयंत्र आवश्यकता हेतु जिला मुख्यालय पर भी आरक्षित पुलिस बल हर समय उपलब्ध कराये जाने का निर्णय लिया गया।
बोर्ड के विशेषाधिकारी – परीक्षा श्रीमती दिप्ती शर्मा ने कहा कि बोर्ड इस वर्ष सभी 43 उत्तर पुस्तिका संग्रहण केन्द्रों पर निगरानी रखने के लिये वीडियोग्राफी करने जा रहा है। इन केन्द्रो पर प्रात 11ः00 से सांय 7ः30 बजे तक वीडियोग्राफी की व्यवस्था रहेगी। बोर्ड के पूर्व निर्णयानुसार इस वर्ष प्रदेश के सभी उत्तर पुस्तिका संग्रहण केन्द्रो से परीक्षा आयोजन की तिथि के दिन ही समस्त उत्तर पुस्तिकाऐं विशेष वाहनों के जरिए बोर्ड कार्यालय में मंगवा ली जायेगी।
बोर्ड के निदेशक गोपनीय – जी.के. माथुर ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के दौरान सभी केन्द्राधीक्षक एवं उनके अधीनस्थ प्रश्न पत्रों के लिफाफे खोलते समय विषय दिनांक वार आदि सुनिश्चित कर ले ताकि किसी गलत विषय का लिफाफा न खुल जाये। उन्होनें कहा कि राज्य के सभी परीक्षा केन्द्रों पर इस माह के अन्त तक वर्ष 2013 की परीक्षाओं के लिये आवश्यक उत्तर पुस्तिकाऐं उपलब्ध करा दी जायेगी। अब तक 20 जिलों में बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाऐं पहुॅच चुकी है। बैठक को बोर्ड के वित्तीय सलाहकार नरेन्द्र तंवर ने भी संबोधित किया। बैठक का संचालन उमेश कुमार चौरासिया ने किया।

– राजेन्द्र गुप्ता

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