
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री रामचरित्र जी, उप महानिदेशक केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, ने कहा कि उठो जागो तब तक मत बैठो जब तक की अपने लक्ष्य को प्राप्त न कर लो। देश के कल के लिए युवा पीड़ी को आगे आना होगा, खेलते हुए अपने कल के ध्येय को ध्यान रखना होगा। चाइना जैसे देश हमारे देश को तोडने में लगे है। उन्हें रोकने के लिए युवा पीड़ी संकल्प ले, कि हम भारत को उन ऊँचाईयो पर ले जायेंगे, जहाँ स्वामी विवेकानन्द की जीवन की परिकल्पना थी।

श्री राधेश्याम जी चोयल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि युवा पीडी को सशक्त राष्ट्र को बनाने के लिए कमजोर मन, व कमजोर स्वास्थ्य से भारत का निर्माण नही होगा। स्वस्थ शरीर ही भारत को निर्माण की ओर अग्रसर करेगा और वह सूर्यनमस्कार से ही संभव है। यहा आये सभी विद्यार्थियों व अन्य सभी को आज ये संकल्प लेना होगा, कि हमे अपने देश को कैसे आगे बढ़ाना है और हम यह प्रण लेकर जायें, कि हमारे देश को गलत बोलने वाले व्यक्ति को हम समझाए और उसमें देशभक्ति की भावना पैदा करे। हमें अपने देश की आलोचना करने वाले व्यक्तियों को कभी क्षमा नही करना चाहिए तथा स्वामी जी के दिखाये रास्ते पर चलने का आग्रह करते हुए अपने देश से प्रेम करने का आह्वान किया।
सूर्यनमस्कार महायज्ञ में जिन विद्यालय ने भाग लियाः-

खण्डः-
सूर्यनमस्कार महायज्ञ में कुल 9 खण्ड बनाये गये थे। जिसमें देवी कन्याकुमारी, मां भवतारणी, मां सारदामणी खण्ड में समस्त छात्राऐं तथा एक नाथ रानडे, स्वामी राम तीर्थ, सुब्रमणयम भातरी, राजा अजीत सिंह, रोमा रोला, जे.जे गुडविन, खण्ड में समस्त छात्र सूर्यनमस्कार का प्रदर्शन किया।
विवेकानन्द सार्ध शती वर्ष:- 12 जनवरी, 2013 से 12 जनवरी, 2014 तक यह वर्ष स्वामी विवेकानन्दजी के जन्म की सार्ध शती वर्ष के रूप में सम्पूर्ण देश भर में मनाया जा रहा है। समूचे वर्ष भर में इस दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। जिनमें सामूहिक सूर्यनमस्कार महायज्ञ, गृह सम्पर्क अभियान, समरसता यात्रा, प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन, भारत जागो दौड़, मानव श्रृंखला आदि प्रमुख हैं। कार्यक्रमों का प्रारम्भ 12 जनवरी, 2013 को भव्य शोभायात्रा के साथ हो चुका है। इसी कडी में आज सामूहिक सूर्यनमस्कार महायज्ञ:- स्वामी विवेकानन्द ने अपने कई उद्बोधनों में योगासन तथा व्यायाम का महत्व प्रतिपादित किया गया। स्वामी विवेकानन्द द्वारा प्रशस्त मार्ग पर बढ़ते हुए युवाओं में व्यायाम तथा योग के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से विवेकानन्द केन्द्र, कन्याकुमारी तथा विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति ने आज 18 फरवरी, 2013 को देश भर में सामूहिक सूर्यनमस्कार कार्यक्रम आयोजित किये गये। यह एक ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा जिसमें देशभर के हजारों स्थानों पर करोड़ों विद्यार्थी एक ही दिन में सामूहिक रूप से सूर्यनमस्कार किये। इस कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 में पढ़ने वाले विद्यार्थी भाग लिया।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में छात्राओं कल्पना, स्वाति, पूजा, विनीश, नेहा, अंकिता ने गीत देश हमें देता सबकुछ हम भी तो कुछ देना सीखे सप्तक संस्था के सहयोग से प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन नारायण लाल गुप्ता ने किया।अन्त में वन्देमातरम गीत ममता तुलस्यानी द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसे सभी उपस्थित विद्यार्थियों व अन्य ने दोहराया।
झलकियाँ:-
1. आयोजको द्वारा अध्यापकों/अध्यापिकाओं के बैठने की पृथक से व्यवस्था की गई थी। किन्तु वह अपने विद्यालय के विद्यार्थियों के साथ ही रहे, व अध्यापकों ने स्वयं भी सूर्यनमस्कार में भाग लिया।
2. विभिन्न व्यवस्थाओं में लगे हुए कार्यकर्ताओं ने भी सूर्यनमस्कार के समय सभी कार्य कुछ देर के लिए छोड़कर सूर्यनमस्कार महायज्ञ में अपनी आहुति दी।
3. कई लोग पुरे परिवार सहित कार्यक्रम में आए और सभी ने सूर्यनमस्कार किया।
4. सभी विद्यालय से साढे 8 बजे पंहुचने का आग्रह किया था। विद्यार्थियों में इतना अधिक उत्साह था कि प्रातः साढे 7 बजे से पहले ही पटेल मैदान पहंुचा आरम्भ हो गये।
5. कार्यक्रम में छात्राओं ने अपेक्षा से अधिक संख्या में उपस्थित होकर सूर्यनमस्कार के प्रति अपने उत्साह को प्रदर्शित किया।
6. खचाखच भरे पटेल मैदान से विद्यार्थियों ने लौटने में अनुशासन का परिचय दिया। बिना धक्का मुक्की के मात्र 13 मीनट में पटेल मैदान खाली हो गया। विद्यार्थि कुछ ही मिनटो में बसों द्वारा अपने विद्यालय पंहुच गये।
-उमरदान