हरिमंदिर साहब में ये देख कैमरन हुए दंग और दागने लगे सवाल

cameron 2013-2-21

अमृतसर । ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने एक विनम्र श्रद्धालु की तरह विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थल श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेका। श्री हरिमंदिर साहिब की स्थापना से लेकर गुरु मर्यादाओं, लंगर की सेवा, किसी भी गुरु की मूर्ति न होने और प्रवेश द्वार पर कोई दरवाजा न होने के हैरत भरे प्रश्नों के संतुष्टि भरे उत्तर पाकर कैमरन गुरु घर के दर्शन से अभिभूत नजर आए।

पवित्र परिक्रमा के दर्शन करते हुए डेविड कैमरन ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह मक्कड़ से कई सवाल पूछे। पहला प्रश्न पूछा कि श्री हरिमंदिर साहिब की स्थापना किसने की थी ? जवाब मिला कि पांचवें गुरु श्री गुरु अर्जुन देव जी ने श्री हरिमंदिर साहिब की स्थापना का नींव पत्थर साई मियां मीर से रखवाया था। यहां चार दरवाजे बनवाए गए, जिसका मतलब है कि गुरु घर चारों वर्गो का साझा है, जहां जाति-धर्म का कोई बंधन नहीं है। उन्होंने मक्कड़ से एसजीपीसी की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त की। लंगर भवन में पहुंच कर कैमरन ने प्रसादा की सेवा की। सिखों के पांच ककारों केश, कंघा, कड़ा, कृपाण वच्कच्छिहरा के बारे में जाना।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने बहुत हैरानी से पूछा कि श्री हरिमंदिर साहिब में किसी भी गुरु साहिब की मूर्ति क्यों नहीं है? उन्हें बताया गया कि सिख धर्म मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं करता। गुरु ग्रंथ साहिब ही गुरु हैं, जिसमें छह गुरुओं व तीन भक्तों की बाणी दर्ज है।

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