नई दिल्ली: वैश्विक मंदी की वजह से भारी बिकवाली के कारण पिछले सप्ताह सोने की कीमत सात महीनों में पहली बार 30,000 रुपये के स्तर से नीचे चला गया, जबकि सत्र के अंतिम दौर में निचले स्तर पर लिवाली के कारण हानि कुछ कम हो गई।
गुरुवार को सोने की कीमत घटकर 29,720 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई थी, जो स्तर 21 जुलाई, 2012 के बाद देखने को नहीं मिला था। चांदी की कीमत भी 54,550 रुपये के निचले स्तर तक लुढ़कने के बाद 1,330 रुपये की गिरावट के साथ 55,200 रुपये प्रति किग्रा रह गई।
वैश्विक स्तर पर आर्थिक मोर्चे पर सकारात्मक संकेत ने वैकल्पिक निवेश के रूप में सोने की अपील को कम कर दिया, जिस कारण वहां सोना सात माह के निचले स्तर पर चला गया। इस स्थिति को देखते हुए स्टॉकिस्टों द्वारा अपने सौदों की कटान करने से कारोबारी धारणा मंद हो गई।
इस सप्ताह सोने में 2.3 प्रतिशत की और चांदी में 4.5 प्रतिशत की गिरावट आई। घरेलू मोर्चे पर सोना 99.9 और 99.5 शुद्धता की शुरुआत कमजोर यानी 30,400 रुपये और 30,200 रुपये पर हुई तथा वैश्विक बाजारों में भारी गिरावट को देखते हुए स्टॉकिस्टों की भारी बिकवाली से क्रमश: 29,720 रुपये और 29,520 रुपये प्रति 10 ग्राम के निचले स्तर को छू गया।