गुजरात में कांग्रेस को एक और तगड़ा झटका

gujarat-radadia-son-quit-congress-to-join-bjp 2013-2-26

अहमदाबाद [शत्रुघ्न शर्मा]। गुजरात विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त के बाद लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस को सोमवार को राज्य में करारा झटका लगा। कांग्रेस की ओर से नेता विपक्ष का पद नहीं दिए जाने से नाराज विधायक विट्ठल रादडिया ने पुत्र जयेश के साथ विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस ने भी देर किए बिना उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया। ये वही रादडिया हैं, जो विधानसभा चुनाव के दौरान टोल ब्रिज पर बंदूक लहराने के कारण चर्चा में आए थे।

भाजपा से राजनीति शुरू करने वाले गुजरात कांग्रेस के कद्दावर नेता रादडिया ने रविवार को मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताई थी। भाजपा के प्रदेश महासचिव विजय रुपाणी ने बताया कि अगले सप्ताह रादडिया और उनके पुत्र को भाजपा में शामिल कर लिया जाएगा।

पोरबंदर से सांसद चुने गए विट्ठल रादडिया ने धोराजी तथा उनके पुत्र जयेश ने जैतपुर से विधानसभा चुनाव जीता था। कांग्रेस नेतृत्व रादडिया को केंद्र में लाना चाहता था, लेकिन रादडिया प्रदेश की राजनीति में रहने का दबाव बना रहे थे। इसके चलते उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था।

रादडिया ने राजनीति की शुरुआत भाजपा से ही की थी, लेकिन 1996 में पार्टी से बगावत कर शंकर सिंह वाघेला के साथ हो गए थे। जानकारों के मुताबिक रादडिया के कांग्रेस छोड़ने से सौराष्ट्र में कांग्रेस की हालत काफी कमजोर हो जाएगी।

कांग्रेस बचे 57 विधायक

विट्ठल रादडिया और उनके बेटे के कांग्रेस छोड़ने के बाद जहां मुख्य विपक्षी दल के सिर्फ 57 विधायक ही रह गए हैं, वहीं भाजपा के पास अपने पिछले आंकड़े 117 को छूने का एक और मौका मिल गया है। वर्तमान में विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 115 है।

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 61 विधायक निर्वाचित हुए थे जिनमें लींबड़ी से विधायक चुने गए सांसद सोमा भाई पटेल ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था, जबकि मोरवा हड़फ से चुनाव जीतने वाली सविता खांट की असामायिक मौत हो गई थी। जून 2013 तक विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव को देखते हुए भाजपा को अपना पिछला 117 का आंकड़ा हासिल करने का सुनहरा मौका मिलने वाला है।

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