गुजरात के साईकिल चोरों की अब खैर नहीं क्योंकि.

policeअहमदाबाद। हादसे के बाद चंद दिनों तक ही पुलिस जागरूक रहती है। धर पकड़ के साथ कई तरह के कदम उठाए जाते हैं। लेकिन कुछ दिन बीतते ही फिर से नये नियम कूड़े के ढेर में ही मिलते हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण गुजरात पुलिस है।

हैदराबाद में हुए बम धमाकों ने गुजरात पुलिस को जुलाई 2008 में अहमदाबाद में एक साथ हुए श्रंखलाबद्ध बम धमाकों की याद ताजा करा दी है। बम धमाकों में साईकिल उपयोग करने के तरीकेसे वाकिफ पुलिस ने एक बार फिर सूबे के साईकिल चोरों की तलाश शुरू की है।

बम धमाकों के बाद गुजरात पुलिस ने जुलाई 2008 में ही राज्य में साईकिल चोरी की वारदातों की जानकारी जुटाने के साथ साईकिल चोरों की एक प्रोफाइल बनाने को लेकर एक परिपत्र जारी किया था। समय के साथ पुलिस ने भी उसे भुला दिया लेकिन हैदराबाद बम धमाकों में साईकिल केउपयोग करने के तरीके ने एक बार फिर पुलिस को चौकन्ना कर दिया है। पुलिस ने साईकिल विक्रेताओं से साईकिल खरीदने वालों की जानकारी मांगने के साथ साईकिल खरीदने के लिए आवश्यक पहचान पत्र होना भी आवश्यक कर दिया था जिसका अब सख्ती से अमल शुरू हो गया है।

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