नई दिल्ली/लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने आज लोकसभा में लोकलुभावन बजट पेश किया। बजट में आम आदमी विशेषकर महिलाओं, कृषि, ग्रामीण विकास, शिक्षा, लघु एवं मध्यम उद्योग समेत सभी क्षेत्रों को कुछ न कुछ देने की कोशिश की गई।
हालांकि ये बजट किसी को रास नहीं आया। शेयर बाजार ने बजट पर निराशाजनक प्रतिक्रिया दी है। सेसेंक्स आज 100 अंको की तेजी के साथ खुला था, जबकि वित्तमंत्री के बजट भाषण के बाद इसमें 300 अंकों से अधिक की गिरावट आ गई।
हालांकि चिदंबरम ने लोकसभा में अगले वित्तवर्ष का बजट पेश करते हुए हर वर्ग को खुश करने की कवायद की। आम आदमी और युवाओं के लिए शिक्षा से लेकर नौकरी के अवसर बढा़ने का भरोसा दिलाया।
गांवों की ओर विशेष ध्यान देते हुए उन्होंने ग्रामीण विकास से जुडे कार्यक्रमों के लिए 80 हजार 924 करोड़ रुपए का प्रावधान कर ग्रामीण विकास मंत्रालय के बजट में 46 प्रतिशत की अप्रत्याशित बढोत्तरी की।
आम चुनाव से पहले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के अंतिम बजट में महिलाओं को अलग पहचान देने की कोशिश के तहत उनके लिए अलग से देश का पहला सरकारी बैंक खोलने की घोषणा की गई जिसका दलगत भावना से उपर उठकर सभी सांसदों ने मेज थपथपा कर स्वागत किया।
वित्तमंत्री ने ऐसे बांटा पैसा-
रक्षा बजट – 2.03 लाख करोड़ रुपए
महिला विकास – 97,134 करोड़ रुपए
ग्रामीण विकास – 80,194 करोड़ रुपए
बाल विकास – 77,236 करोड़ रुपए
शिक्षा – 65,867 करोड़ रुपए
अनुसूचित जाति कल्याण – 41,161 करोड़ रुपए
अनुसूचित जनजाति कल्याण – 24,598 करोड़ रुपए
स्वास्थ्य – 37,330 करोड़ रुपए
कृषि क्षेत्र – 27049 करोड़ रुपए
सैनिटेशन – 15,261 करोड़ रुपए
अल्पसंख्यक कल्याण – 3,511 करोड़ रुपए
मनरेगा – 33,000 करोड़ रुपए
सर्व शिक्षा अभियान – 27,000 करोड़ रुपए
मिड डे मील स्कीम – 13,215 करोड़ रुपए – See more at: