जयपुर/दौसा/बस्सी। हाइवे गैंग लुटेरों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि अब वह पुलिस को भी अपना निशाना बना रहे हैं। गुरूवार देर रात इस गैंग ने लूटपाट को अंजाम देने के साथ ही दो पुलिस नाकाबंदी पर पुलिस पर जमकर फायरिंग की। वहीं पुलिस के हाथ इस गैंग का कोई सुराग नहीं लगा है।
बस्सी एसीपी ललित कुमार ने बताया कि गाजियाबाद निवासी मनोज गुर्जर अपने सात दोस्तों के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर खाटू श्याम के दर्शन के लिए जा रहे थे। रास्ते में बस्सी थाने के गांव जटवाड़ा के समीप पीछे से आई एक बोलेरो सवार बदमाशों ने स्कॉर्पियो को रूकवाया और मारपीट करते हुए गाड़ी में सवार हो गए। इसके बाद स्कॉर्पियो को लुटेरे बांदीकुई ले गए।
यहां लुटेरों ने बंधक बनाए युवकों से एटीएम से रूपए निकलवाए और जमकर मारपीट की। इसके बाद लुटेरे युवकों को छोड़ कर और स्कॉर्पियो में सवार होकर मंडावर रोड की ओर निकल गए। रास्ते में बांदीकुई थाने के गांव बड़ीयाल पर पुलिस ने लुटेरों से भरी स्कॉर्पियो व बोलेरो को रूकवाने का प्रयास किया, लेकिन लुटेरों ने फायरिंग करना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस की ओर से भी फायरिंग की गई। करीब पंद्रह मिनट तक चले इस घटनाक्रम में लुटेरे पुलिस की नाकाबंदी को तोड़ने पर कामयाब हो गए और अलवर की ओर भाग निकले।
पुलिस ने कुछ दूरी तक लुटेरों का पीछा भी किया। इसके बाद लुटेरों ने बसवा थाना पुलिस की नाकाबंदी भी तोड़ी और यहां भी पुलिस पर फायरिंग की। आज सुबह पुलिस को लूटी गई स्कॉर्पियो राजगढ़ थाना इलाके में बरामद हुई।
पुलिस के अनुसार लुटेरों ने जिस बोलेरो में लूट को अंजाम दिया, वह भी चोरी की थी। आज सुबह बोलेरो मालिक की ओर से मामला दर्ज कराने पर इसका खुलासा हुआ।
नाकाबंदी,नाकाम
एक ओर हाइवे पर लूट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, दूसरी ओर पुलिस इन लुटेरों का सुराग तक नहीं लगा पा रही है। वहीं अब इन लुटेरों का हौंसला इतना बुलंद हो चला है कि वे नाकाबंदी को तोड़ने के साथ ही पुलिस पर फायरिंग करने से भी नहीं चूक रहे हैं। ऎसे में पुलिस की नाकाबंदी नाकाम साबित हो रही है। गौरतलब है कि पिछले दो माह में हाइवे पर लूट की आधा दर्जन से अघिक वारदातें हो चुकी हैं।
शक मेव गिरोह पर
हाइवे लूट की घटनाओं पर पुलिस के शक की सूई मेव गिरोह है। पुलिस के अनुसार अभी तक की लूट की घटनाओं में जांच के दौरान लुटेरों के पहनावे और बोलचाल के तरीके के चलते मेव गिरोह पर शक की सूई है। पुलिस पर फायरिंग की घटना के बाद अघिकारी बांदीकुई पहुंच गए ।
टोल क्यों
राजमार्ग पर हजारों वाहनों से दिनभर टोल वसूला जाता है। बावजूद इसके हाइवे पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता नहीं है।
आतंक का डेढ़ महीना
15 जनवरी : अमूल डेयरी के चार लोगों को लूटा।
17 जनवरी : महिला को बंधक बना जेवर लूटे।
21 जनवरी : बंदूक की नोंक पर ट्रक चालक को लूटा।
21 जनवरी : बालाजी में बोलेरो लूटी
22 जनवरी : बालाजी स्टैंड पर चालक से कार छीन भागे।
28 जनवरी : मानपुरा में ट्रेक्टर को बंधक बनाकर ट्रेक्टर लूटा।
27 फरवरी : इंजीनियरिंग छात्रों को लूटा।
मामले की जांच के लिए एडीसीपी योगेश दाधीच व एसीपी बस्सी ललित शर्मा को भेजा है। गुरूवार को आईपीएस को गोली मारने के मामले में भी इन्हीं लुटेरों की लिप्तता दिख रही है। अब ग्रामीण व कमिश्नरेट की संयुक्त हाइवे पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी।
बीएल सोनी,पुलिस कमिश्नर जयपुर
हाइवे लूट की घटनाओं को लेकर जिलेभर के मुख्य मार्गों पर नाकाबंदियां की जा रही हैं। गश्त को बढ़ाने को लेकर रूप रेखा तैयार की जा रही है।
एसएन खींची,पुलिस अधीक्षक दौसा