लंदन। भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी को अल कायदा की ऑनलाइन अंग्रेजी मैगजीन के नए संस्करण में ‘इस्लाम की आलोचना करने वाले को जान से मारने की अति वांछित लोगों’ की सूची में शामिल किया है।
मैगजीन में आश्चर्यजनक अंदाज में लेख में लिखा गया है ‘वांटेड: डेड ऑर एलाइव फार क्राइम्स अगेंस्ट इस्लाम [वांछित: इस्लाम के खिलाफ अपराध करने वाले को मुर्दा या जिंदा]।’ ऐसा पहली बार नहीं है कि सलमान रुश्दी पर फतवा जारी किया गया है। इससे पहले 1989 में आई उनकी पुस्तक द सैटेनिक वर्सेज के खिलाफ ईरान के दिवंगत नेता अयातुल्लाह खुमैनी ने फतवा जारी किया था। ईरान के ही खोराबाड फाउंडेशन ने उन्हें जान से मारने पर ईनामी राशि बढ़ाकर पांच लाख पाउंड से 2.5 मिलियन पाउंड कर दिया है।
ब्रिटिश अखबार सन के अनुसार इस अति वांछित लोगों की सूची में उस अमेरिकी पादरी टेरी जोंस का नाम भी शामिल है जिसने 9/11 की वर्षगांठ पर कुरान जला दिया था। साथ ही एक नारा भी दिया गया है ‘हां, हम कर सकते हैं। एक गोली एक काफिर को दूर कर सकती है।’ वाशिंगटन डीसी में स्थित मिडिल इस्ट मीडिया रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा इस प्रतिबंधित अतिवादी वेब मैगजीन को जारी किया गया है।