क्रेडिट कार्ड भुगतान होगा और भी सेफ, एसएमएस से ब्लॉक करा सकेंगे कार्ड

visaडेबिट व क्रेडिट कार्ड के उपयोग की व्यवस्था बदलने जा रही है। मौजूदा सिस्टम इंटरनेट प्रोटोकोल (आईपी) आधारित है, इसे इंडस्ट्री डेटा सिक्योरिटी आधारित बनाया जाएगा। इसके लिए मौजूदा कार्ड भी बदल जाएंगे। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने सभी बैंकों को सूचित कर दिया है। बैंकों को निर्देश है कि सभी कार्ड धारकों को सुरक्षा के नए उपायों वाले डेबिट-क्रेडिट कॉर्ड 30 जून तक मुहैया करा दें। नए कार्ड कॉल रेफरल सिस्टम के तहत काम करेंगे। इसमें कॉर्ड स्वैप करने पर बैंक की ओर से कॉर्डधारक ग्राहक से बातचीत कर तस्दीक की जाएगी। ऑनलाइन खरीददारी अथवा कॉर्ड से भुगतान के मामलों में धोखाधड़ी की घटनाओं के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। इतना ही नहीं कारोबारियों को भी कॉर्ड स्वैप करने वाली मशीनें बदलवानी होंगी।

यूं काम करेगा कॉल रेफरल सिस्टम: बैंकों को ऑथोराइज्ड कॉर्ड पेमेंट नेटवर्क एवं ग्राहकों से तालमेल बिठा कर रेफरल सिस्टम शुरू करना होगा। इसके तहत कार्ड जारीकर्ता बैंक को कॉर्ड के स्वैप होते ही अलर्ट मिलेगा। मर्चेन्ट को कॉर्ड नंबर की डिटेल के साथ बैंक का संपर्क करना होगा। तत्पश्चात बैंक ग्राहक के साथ बातचीत कर या किसी अन्य तरीके से इसकी पुष्टि करेगी। इस प्रक्रिया के बाद मर्चेन्ट को दूसरी बार कॉर्ड स्वैप करना होगा।
ई-बैंकिंग में भी बदलाव
ग्राहक एक दिन के लेनदेन की सीमा तय कर सकेंगे। इससे अधिक लेनदेन की जरूरत पड़े तो बैंक अतिरिक्त ऑथॉराइजेशन करने के बाद ही इसकी इजाजत देगा। इसी तरह यह ग्राहक तय करेगा कि एक दिन में कितने लोगों के खाते में पैसा ट्रांसफर करेगा। किसी नए लाभान्वित का नाम जुड़ने की सूचना बैंक और ग्राहक को तत्काल मिले, इसका पुख्ता इंतजाम होगा।
एसएमएस से कॉर्ड ब्लॉक: ग्राहक कार्ड को एसएमएस से ब्लॉक करा सकेंगे। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कार्ड अलग-अलग होंगे। देश में मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले कार्ड का चलन है लेकिन अंतरराष्ट्रीय कार्ड ईवीएम वाले होंगे।
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