माले। पुलिस हिरासत में 24 घंटे बिताने के बाद मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद ने बुधवार को खुली हवा में सांस ली। अदालत ने उन्हें रिहा करने के साथ ही मामले की सुनवाई को चार हफ्तों के लिए स्थगित कर दिया है। नशीद ने अदालत द्वारा वारंट जारी होने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए भारतीय उच्चायोग में शरण ली थी।
करीब 11 दिन बाद पूर्व राष्ट्रपति ने पिछले पखवाड़े ही उच्चायोग छोड़ा था। मालदीव पुलिस द्वारा बुधवार को गिरफ्तार किए गए नशीद को बुधवार कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिहा कर दिया गया। अदालत में डेढ़ घंटे चली सुनवाई के दौरान नशीद ने सुनवाई सितंबर में राष्ट्रपति चुनाव तक स्थगित करने की मांग की। अभियोजक ने भी इस प्रस्ताव पर सहमति जताई। चूंकि चुनाव आयोग ने नशीद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार अभी घोषित नहीं किया है, इसलिए अदालत ने चार हफ्तों के लिए सुनवाई टाल दी। राष्ट्रपति रहते गैर कानूनी रूप से एक जज को हिरासत में रखने के आरोप में कोर्ट ने 10 फरवरी को खुद के समक्ष पेश नहीं होने पर नशीद को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। इस मामले में नशीद को अधिकतम एक साल की सजा के साथ ही तीन साल के लिए चुनाव लड़ने से रोका जा सकता है। नशीद का दावा है कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है ताकि वह राष्ट्रपति का चुनाव न लड़ पाएं।