शहर में धूमधाम से मनाया गया महाशिवरात्री पर्व

jharneshvar mandir 02अजमेर। माघ माह की विदाई और फागुन के आगमन के बीच बसंती बयार की मस्ती आधे फागुन के बीच महादेव की रंगभरी लीलाओं को हमारी स्मृति में प्रकट कराती शिवरात्री का आगमन सत्यम, शिवम् सुदंरम् के साथ हुआ। फागुन की काली चौदस की रात को महादेव ज्योतिस्वरूप से शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए। परम्परा कहती हैं कि शिवरात्रि को हिमालय की कन्या पार्वति का हाथ महादेव ने थामा। शिवरात्रि मां पार्वती और भगवान शंकर के विवाह की रात्रि है। रविवार को शिवभक्तो ने महाशिवरात्रि का पर्व बडी ही श्रृद्धा और हर्षोल्लास से मनाया। देवादि देव महादेव को प्रसन्न करने के लिए जगह-जगह शिवालयो में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते नजर आये। सुबह से ही महिला पुरूष, युवक-युवतियां पूजा का थाल सजायें मंदिर पहुंचे और भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, धतुरा, आंकडा, बेर, गाजर सहित वनस्पतियों को शिवलिंग पर चढ़ाकर मनोकामनाएं मांगी। सभी शिव मंदिरो को विशेष रोशनियों से सजाकर भगवान भोलेनाथ का आकर्षक श्रंृगार किया गया।

सबसे अधिक श्रद्धालु अंदरकोट स्थित झरनेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे। पुरातनकाल में बने इस एतिहासिक मंदिर में शिव भक्तो की गहरी आस्था है। बताया जाता है कि पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर के साथ इस मंदिर का भी निर्माण हुआ था। मंदिर में विशेषकर भांग का प्रसाद वितरित किया जाता है। मंदिर की विशेषता है कि यहां मंदिर के साथ चार छोटे शिवालय भी है। सैकडों साल पुराने इस मंदिर में चौहान और मराठा राजघराने के लोग पूजा करते थे। अंग्रेजी हुकुमत और मुगल साम्राज्य के समय से लोग यहां भगवान शिव की पूजा करते आ रहे है। रविवार को झरनेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव का रूद्राभिषेक और रूद्रपाठ के साथ जलाभिषेक चलता रहा। मंदिर हर-हर महादेव के जयकारो से गूंजते रहे। भगवान शिव की प्रतिमा का विशेष फूलों से श्रृंगार किया गया। शिवभक्तों ने भगवान भोले को ठंडाई का प्रसाद चढाया गया, झरनेश्वर महादेव सेवा समिति के मुताबिक इस बार भक्तो के लिए 13 हजार लीटर ठंडाई का प्रसाद वितरित किया गया। सुबह से ही भारी तादात में शिवभक्त श्रृद्धालु झरनेश्वर महादेव मंदिर पहुॅचे और त्रिलोकीनाथ की पूजा अर्चना की।
अजयनगर नेहरूनगर स्थित सांईबाबा मंदिर परिसर में बने सांई शिवधाम पर शिवरात्रि का पर्व सैकडो श्रद्धालुओं ने बडे ही श्रद्धाभाव से मनाया। भगवान शिव और मां पार्वति की विशालकाय प्रतिमा पर फल फूल, बेलपत्र, धतुरा, आंकडा और भांग का भोग लगाकर शिव स्तुति की, हर हर महादेव और ओम नमः शिवाय के जयकारो से पूरा मंदिर परिसर गंुजायमान हो गया।
अजयनगर स्थित कांच के मंदिर के नाम से विख्यात शिव मंदिर पर हवन यज्ञ के साथ विशाल मेले का आयेाजन किया गया जिसमें स्थानीय श्रद्धालु भक्तो ने शामिल होकर धर्मलाभ कमाया। यहां पर अस्थाई दुकानो पर लोगो ने जमकर खरीददारी की और चटखारे लगाये। वही उपवास रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए फलाहार का प्रसाद वितरित किया गया।
आदर्श नगर स्थित प्रेम प्रकाश आश्रम टेऊराम मंदिर में बनी भगवान भोलेनाथ की 35 फुट ऊंची प्रतिमा पर स्थानीय श्रद्धालुओं ने बडे श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना कर धर्मलाभ कमाया। मंदिर में सुबह से ही भक्तो का तांता लगना शुरू हुआ जो शाम तक जारी रहा। यहां फव्वारो के बीच भगवान भोलेनाथ की जटा से बहती गंगा ने मनोहारी दृश्य पैदा करते हुए सभी का मनमोह लिया।
आदर्शनगर स्थित आदर्श सनातन धर्मसभा एवं विकास समिति शिव मंदिर में स्थानीय श्रद्धालु महिला पुरूषो ने बडे भक्ति भाव से भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। यहां उपवास रखे महिलाएं और युवतियों ने शिवलिंग पर बेलपत्र, धतुरा, आंकडा, बेर, गाजर और अन्य पूजन सामग्री चढाकर मनोकामनाएं मांगी।
नगीनाबाग में स्थित जतौई दरबार मंदिर में मां वैष्णोदेवी मंदिर की तर्ज पर बने गुफा मंदिर और भगवान शिव की विशाल प्रतिमा सहित शिवपरिवार की, मंदिर में आए सैकडो श्रद्धालुओं ने विशेष पूजा अर्चना की। मंदिर केा आकर्षक फूलो और रोशनियो से सजाया गया। शिवरात्रि पर्व को देखते हुए मंदिर पर महिला पुरूष श्रद्धालुओं के लिए खास व्यवस्था की गई। साथ ही प्रसाद का वितरण भी किया गया।
नयाबाजार अर्द्धचंद्रेश्वर महादेव मंदिर और सुभाष उद्यान स्थित नागेश्वर महादेव मंदिर में भी महाशिवरात्री पर्व पर सुबह से ही श्रद्धालूओ का तंाता लगा रहा। भक्त थाली में बेलपत्र, फल, फूल और पूजन सामग्री सजाकर पहुंचे और शिवपरिवार की आराधना की।
केसरगंज स्थित गंगेश्वर महादेव मंदिर, श्रीनगर रोड स्थित शिवमंदिर, बिहारीगंज स्थित सात पीपली बालाजी मंदिर और शिव मंदिर में भगवान शिवपरिवार का विशेष श्रंृगार कर महाशिवरात्रि के पर्व के लिए सजाया गया जहंा स्थानीय श्रद्धालुओं ने बडी श्रद्धाभाव से शिव परिवार की स्तुति की। यहां सुबह से ही महिलाओं और युवतियों की पूजन के लिए भारी भीड लगी रही।
वहीं तीर्थ नगरी पुष्कर में भी महाशिवरात्रि पर्व बडे ही श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। महादेव घाट स्थित 108 मंदिर में विशेष पूजा अर्चना के साथ शिवलिंग का दुग्धाभिषेक किया गया। वहीं अखिल भारतीय मालियान समाज के मंदिर से विशाल शोभायात्रा और नगर सवारी का आयोजन किया गया। सवारी मंदिर से शुरू होकर वराह घाट हेाते हुए दोबारा मंदिर पर संपन्न हुई।
इसी तरह क्षत्रिय कुमावत समाज द्वारा ब्रह्मामंदिर कुमावत भवन से विशाल शोभायात्रा गाजे बाजे के साथ शुरू हुई जो पुष्कर के स्थानिय मार्गो से होते हुए दोबारा कुमावत मंदिर पहंुची।
शनिवार रात शहर के अनेक शिवालयो पर भजन संध्या और जागरण के आयोजन हुए। जिनमें भजन गायको ने पूरी रात बाबा भोले को अपने भजनो से रिझाया। रेल्वे स्टेशन नाइट ऑटो यूनियन की ओर से स्टेशन परिसर में भजन संध्या का आयोजन किया गया। जहां देर रात तक भोले बाबा के भजनो पर श्रद्धालू झूमते नाचते रहे।
वहीं झरनेश्वर महादेव सेवा समिति द्वारा अंदरकोट स्थित झरनेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव का रंगबिरंगे फूलो से श्रृंगार कर पूरी रात श्रद्धालुओं ने भक्ति सागर में गोते लगाये। भजन गायक खुशबू एंड पार्टी, विष्णु सोमानी और उनकी मंडली ने आज मेरे भोले की शादी है सरीखे भजन सुनाकर शिवभक्तो केा मंत्रमुग्ध कर दिया। अलसुबह महाआरती के साथ शिव भेाले केा ठंडाई का भोग लगा कर श्रद्धालूओ मंे प्रसाद वितरीत किया गया।
पृथ्वीराज मार्ग स्थित निम्बार्क कोट मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की पूर्व संध्या पर ‘एक शाम श्री सिद्धेश्वर महादेव के नाम’’ भजन संध्या आयोजन किया गया। श्री सर्वेश्वर संर्कितन मंडल के अशोक तोषनीवाल और उनके साथियों ने देर रात तक भगवान भोले केा अपने भजनो की सरिता में डूबकियां लगवायी। प्रस्तुत भजनो पर श्रद्धालू हर हर महादेव के जयकारो के साथ झूमते रहे। इस अवसर मंदिर परिसर में शिव परिवार का नयनाभिराम श्रृगांर किया गया। तत्पश्चात महाआरती कर श्रद्धालूओं में प्रसाद वितरित किया गया।
नगीना बाग स्थित जतौई दरबार में आयोजित किये गये तीन दिवसीय महाशिवरात्रि पर्व की पूर्व संध्या पर शनिवार श्याम मंदिर परिसर को रंगबिरंगी रोशनियों से सजाया गया। भगवान भोले की आदमकद प्रतिमा का नयनाभिराम श्रृंगार किया गया। इस मौके पर संगीतमयी सुंदर कांड पाठ के दौरान मानस मंडलीयों ने प्रभु राम नाम का गुनगान किया। राम परिवार की आरती के साथ सभी केा प्रसाद बांटा गया।
जोंसगंज न्यू रेल्वे कॉलोनी स्थित लाइनेश्वर महादेव के प्राचीन मंदिर में शिवपरिवार की प्राण प्रतिष्ठा की गयी। रात केा हुए जागरण में भजन गायको ने भजनो की सरिता बहाई। कॉलोनीवासियो और नवयुवक मंडल के प्रयास और श्रद्धा से कलश यात्रा का आयोजन किया गया।
ब्यावर रोड तारागढ रोड गली नंबर 1 स्थित शिवमंदिर में शनिवार रात आयोजित भजन संध्या में अनवर राजस्थानी, दीपक और रैना शर्मा ने एक से बढकर एक भजन सुनाकर भोले के भक्तो केा मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रस्तुत भजनो पर श्रद्धालू झूमते नाचते रहे। अलसुबह महाआरती के साथ सभी को प्रसाद वितरित किया गया।
भजनगंज स्थित श्रीराम मंदिर में श्रीराम मारूति मानस सेवा समिति के द्वारा शिवरात्रि की पूर्व संध्या पर आयोजित भजन संध्या में विभिन्न भजन मंडलीयों द्वारा शिवपरिवार की स्तुति की गयी। रैना शर्मा, उमा शर्मा, मिथिलेश शर्मा, निरंजन शर्मा और अनिल दीक्षित ने भोले शंकर के भजन और रचनायें सुनाई। रात 12 बजे आरती कर भक्तो में प्रसाद वितरित किया गया।
पुरानी मंडी स्थित आमरेश्वर महादेव मंदिर में शिवरात्री की पूर्व संध्या पर भजन संध्या का आयेाजन किया गया। जिसमें भजन गायिका रैना शर्मा ने मधुर भजनो की प्रस्तुति देकर श्रद्धालूओ को मंत्रमुग्ध कर दिया।
महाशिवरात्री पर्व की पूर्व संध्या पर स्टेशन रोड स्थित चक्केश्वर महादेव मंदिर पर भी भजन गायकेा ने देर रात तक भगवान भोले को अपने भजनो से रिझाया। भजनो की प्रस्तुति के साथ भोले के भक्तो के पैर थिरकने लगे और हर हर महादेव के जयकारो से पूरा स्टेशन रोड गुंजायमान हो गया।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से शनिवार शाम जवाहर रंगमचं पर ‘‘एक शाम शिव भोला नाथ के नाम’’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रूपा बहन ने कहा कि ध्वनि उर्जा की अपनी ताकत होती है, वह अपने मन को ताजा कर देती है। मन के दुखों को दूर करने के लिए हम मनोरंजन के साधन अपनाते हैं। इसके अलावा राजयोगिनी शांता बहन, बीकानेर संभाग की संचालिका कमल दीदी आशा बहन ने भी संबोधित किया। युवाओ ने सबका मालिक एक गीत पर शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी।
वहीं पुष्कर के प्राचीन अटमटेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव का नयनाभिराम श्रृंगार कर जागरण का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न भजनमंडलीयो ने बाबा शिव भोले को पूरी रात अपने भजनों से रिझाया। अलसुबह महाआरती के साथ प्रसाद वितरित किया गया।

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