परिवहन निगम कर रहा राजसमंद की उपेक्षा: किरण माहेश्वरी

kiran4जयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि राज्य सरकार बजट में घोषणाएं करती है किन्तु उनके क्रियान्वयन पर गंभीर नहीं है। राज्य परिवहन निगम ने वर्ष 2010-11 के बजट में राजसमंद में आगार खोलने की घोषणा की थी। किन्तु अभी तक आगार को मात्र 6 बसें ही उपलब्ध करवाई गई है। आगार के लिए 75 पद स्वीकृत किए गए थे। इनमें से मात्र 10 पदों पर कर्मचारी कार्यरत है। 65 पद रिक्त हैं।

किरण के तारांकित प्रश्न के प्रत्युत्तर बताया गया कि वाहनों एवं संसाधनों की उपलब्धता पर ही वाहन संचालन संभव हो पाएगा। ऐसे में आगार की उपयोगिता एवं व्यावहार्यता पर ही प्रश्न लग गया है। राज्य सरकार सभी पदों पर अविलम्ब नियुक्तियां करें। आगार को कम से कम 30 नए वाहन उपलब्ध करवाएं। सभी नवघोषित आगारों में न्युनत्तम 50 बसें उपलब्ध होनी चाहिए। राजसमंद आगार नें सरकार की घोषित ग्रामीण परिवहन सेवा के लिए भी एक भी अनुबंध नहीं किया है। क्षेत्रीय जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है।

खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम बना सफेद हाथी

जयपुर । भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने राजस्थान खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम को सफेद हाथी बताया और कहा कि यह सार्वजनिक वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने में पूर्णतया विफल रहा है।

किरण ने अतारांकित प्रश्न के प्रत्युत्तर में बताया गया कि निगम थोक विक्रेताओं एवं आटा मिलों के माध्यम से गेहूं, शक्तिकृत आटा, लेवी चीनी, चाय, नमक एवं कपड़े धोने का साबुन उपलब्ध करवाता है। निगम किसी भी वस्तु की प्रत्यक्ष खरीद एवं बिक्री नहीं करता है। इसलिए उसकी विक्रय राशि शून्य है। निगम को वर्ष 2010-11 में 0.84 करोड़ की हानि एवं वर्ष 2011-12 में 20.21 करोड़ का लाभ हुआ है। शुन्य विपणन पर लाभ कमीशनखोरी है।

किरण ने कहा कि निगम केवल कमीशन लेकर वितरण प्रणाली की लागत बढ़ा रहा है। यह उपभोक्ताओं का शोषण है। यदि निगम प्रत्यक्ष विपणन कार्य नहीं करता है तो इसे भंग कर दिया जाना चाहिए।

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