जयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि सहमति से यौन संबंधो की आयु सीमा घटा कर 16 वर्ष करने से देश की जनता में भारी रोष है। इससे सामाजिक अराजकता उत्पन्न हो जाएगी। इससे महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में भारी वृद्धि होगी।यह बच्चों के जीवन से जुड़ा गंभीर विषय है। विवाह संबंधों की आयु 21 और 18 वर्ष किन्तु देहिक संबंधों की आयु 16 वर्ष करना, यह सही नहीं है। क्या सरकार विवाह से अधिक संबंधों को प्राथमिकता देती है। अविवाहित बच्चियों के संतान होने पर होने वाली समस्याओं के प्रति आंखें बंद नहीं की जा सकती है। बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने वाले सहमति को अपने बचाव का शस्त्र बना लेंगे। इससे लड़कियों की शिक्षा और रोजगार की समस्याएं बढ़ जाएगी। लड़कियों को विद्यालय में भेजने के प्रति समाज में वातावरण पर दुष्प्रभाव पड़ेगा। 18 वर्ष तक के व्यक्तियों को किशोर मान कर गंभीर अपराधों में भी सजा में छूट का विशेष कानून है। आयु सीमा घटाने से विधि व्यवस्था बनाए रखने की समस्य़ाएं भी बढ़ेगी।
किरण ने इस विषय पर शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव रखा। उन्हौंने कहा कि राज्य की जन भावनाओं को अभिव्यक्त करना सदन का दायित्व है। किन्तु विधानसभा अध्यक्ष नें इसे केन्द्र सरकार का विषय बताते हुए प्रस्ताव को अग्राह्य कर दिया।