जयपुर । भारतीय वायुसेना एक बार फिर अपनी आसमानी ताकत का प्रदर्शन कर रही है। वायुसेना का दशक का सबसे बड़े अभ्यास ‘लाइव वायर’ चांधणा फायरिंग रेंज में शनिवार से शुरू जो कि 9 अप्रैल तक तक चलेगा। इसमें वायुसेना की सभी पांच कमान एवं 33 स्क्वाड्रन के लड़ाकू विमान अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे।
ऐसा युद्धाभ्यास करने वाली भारतीय वायुसेना एशिया महाद्वीप की पहली वायुसेना होगी। इससे पहले अमेरिका और रूस की वायु सेनाएं इस स्तर के युद्धाभ्यास कर चुकी है। इसमें भारतीय वायुसेना की सभी इकाई भाग ले रही है। इस दशक के सबसे बड़े अभ्यास लाइव वायर में अग्रिम पंक्ति में लड़ाकू विमानों एसयू-30 एवं मिग सीरीज के साथ साथ जंगवार तथा मिराज भी हिस्सा ले रहे है। इस अभ्यास में वायुसेना की वेस्टर्न कमांड और दक्षिणी पश्चिमी कमांड सहित सभी कमांड शामिल हो रही है।
सूत्रों के अनुसार इसमें अवाक्स के साथ सी 130 भी अभ्यास में शामिल है। इसका उद्देश्य नेटवर्क्ड एटमॉसफियर में वार फाइटिंग कांसेप्ट को साबित करना और एक साथ मिलकर कार्यवाही करना है। वायुसेना स्टेशन जोधपुर, उत्तरलाई, फलोदी, जैसलमेर, गुजरात के नलिया, जामनगर, भुज, महाराष्ट्र के पुणे, मुम्बई सहित वायुसेना का पूरा बेड़ा इसमें शामिल है।
गौरतलब है कि फरवरी में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ओर रक्षा मंत्री ए.के.एंटनी सहित विभिन्न देशों के राजनयिकों के सामने अभ्यास आयरन फीस्ट के द्वारा वायु सेना ने शक्ति प्रदर्शन किया था। इस तरह का अभ्यास छह साल पहले किया गया था पर उस समय स्तर काफी कमतर था। आयरन फीस्ट और लाइव वायर जैसे अभ्यास के बाद भारतीय वायुसेना यू.एस. एयरफोर्स के नेलिस एयरफोर्स बेस पर भी अभ्यास करने जायेगी।