नई दिल्ली। प्रारंभिक ब्रह्मांड की सबसे विस्तृत तस्वीर हासिल कर ली गई है जो पृष्ठभूमि में हुए विकिरण पर आधारित है। ब्रह्मांड के प्राचीनतम स्वरूप की वैज्ञानिक छवि से स्पष्ट हो गया है कि वैज्ञानिकों के हिसाब से ब्रह्मांड की जो अनुमानित उम्र थी हमारा ब्रह्मांड उससे भी 800 लाख साल पुराना है। ब्रह्मांड की मौजूदा आयु 13.80 अरब साल है। यह खोज यूरोपियन स्पेस एजेंसी के प्लैंक यान से एकत्र आंकड़ों के आधार पर आंकी गई है।
प्राचीन विकिरण की जानकारी सबसे पहले सन 1964 में मिली थी। उसके बाद इसकी पुष्टि नासा के दो अंतरिक्ष यानों ने की। कोब ने 1989 में और डब्लूमैप ने उसको दो साल बाद इसके पुख्ता प्रमाण दिए। लेकिन अब प्लैंक ने इस बात के विस्तृत प्रमाण बहुत ही संवेदनशीलता से दिए हैं। कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड में तापमान में मामूली से मामूली फेरबदल को प्लैंक ने दर्ज किया है। तापमान का उतार-चढ़ाव केवल एक डिग्री के एक करोड़ वीं त्रुटि दे सकता है। इससे अंतरिक्ष का और सघन दायरा बारीकी से देखा जा सका। इसमें ब्रह्मांड में फैले असंख्य तारों का भी सही खाका तैयार हुआ। यह तकनीक ऐसे है कि नक्शा जैसे साधारण टीवी से हाई डेफिनेशन टीवी के स्तर का बना है। प्राचीन ब्रह्मांड के नए और विस्तृत आंकड़े अब इस तस्वीर में एकदम स्पष्ट हैं। नासा में एस्ट्रोफिजिक्स के निदेशक पॉल हर्ट्ज ने कहा कि इन सभी आंकड़ों से इस बात की पुष्टि होती है।