अजमेर। अल्लारिप्पु खिलती कलियां आश्रय गृह के तत्वाधान में शनिवार को पुलिस लाइन के अनवेशण भवन में किशोर न्याय अधिनियम 2000 और लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 पर विशेष किशोर पुलिस इकाई, जीआरपी, आरपीएफ, बालकल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड और स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ एक दिवसीय कार्यशाला आयोजन किया गया। सर्वप्रथम खिलती कलियां के कार्यक्रम प्रबंधक स्वरूप रतनपाल ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। इसके बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर, सीजेएम, एसपी ने विशेष किशोर पुलिस इकाई की कार्यप्रणाली, विधि से संधर्षरत किशोर के विभिन्न आयामों पर उद्बोधन दिया। वहीं राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य व मुख्य वक्ता गोविन्द बेनिवाल ने बालश्रम व पीडित बच्चे व बाल तस्करी के साथ लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम पर चर्चा की। जेल अधिकारी अभिषेक गुजराती ने समेकित बाल सुरक्षा योजना पर मुख्य बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष जयबहादुर माथुर ने देखरेख एंव संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान और उनके पुर्नवास पर प्रकाश डाला। आखिर में बच्चों की समस्याओं और सर्वांगिण विकास पर खुली चर्चा और सवाल जवाब आयोजित किये।