अजमेर। संभागीय आयुक्त श्रीमती किरण सोनी गुप्ता ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आगामी 7 अप्रेल से शुरू होने वाली मुख्यमंत्राी निःशुल्क जांच योजना की शुरूआत अजमेर संभाग में अच्छे तरीके से करने और चिकित्सा केन्द्रों पर आने वाले रोगियों की सुविधाओं और उनके मार्गदर्शन के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने योजना की मॉक ड्रिल में पाई गई कमियों को दूर कर जांचों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी तैयार रखने को कहा है।
संभागीय आयुक्त आज अपने कार्यालय के सभाकक्ष में मुख्यमंत्राी निःशुल्क जांच योजना के संबंध में संभाग के संबंधित चिकित्सालयों में की गई तैयारियों की समीक्षा बैठक ले रही थीं। उन्होंने कहा कि योजना के तहत रोगियों को पूरी सुविधाएं मिलें, उनकी समस्याओं को मौके पर ही दूर किया जाएं, इससे जुड़े चिकित्साकर्मी स्टाफ को पर्याप्त प्रशिक्षित कर अस्पताल में हैल्प डेस्क, नियंत्राण कक्ष, पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, फिजीशियन व अन्य जरूरी स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने योजना के क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों को लगाने पर जोर देते हुए योजना के महत्व को समझने और गरीब रोगियों को प्राथमिकता से राहत देने के निर्देश भी दिये।
श्रीमती गुप्ता ने चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि वे ऐसी ही जांचे ही लिखंे जो कि जरूरी हांे और उनके चिकित्सा केन्द्र पर ही पूरी की जा सकें, किन्हीं विशेष परिस्थितियों में जांचों के लिए रोगी को रेफर करें। उन्होंने योजना के प्रथम व आगामी जुलाई माह से शुरू होने वाले द्वितीय चरण के लिए किये गये प्रबन्धों के बारे में जानकारी ली और अस्पताल में इसके लिए मार्गदर्शन पट्टिका लगाने को कहा। उन्होंने अपेक्षा की कि अधिकारी योजना के क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना करेंगे और आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करेंगे ।
संभागीय आयुक्त ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों और डॉक्टर्स को स्पष्ट कर दिया कि इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिला कलक्टर वैभव गालरिया ने कहा कि चिकित्सा केन्द्रों पर नियुक्त डॉक्टर्स व चिकित्साकर्मी मौके पर उपस्थित रहंे और अस्पताल के स्टाफ को इस तरह प्रशिक्षित कर तैयार किया जाए कि वे उपचार एवं जांच के लिए आने वाले प्रत्येक रोगी को योजना के तहत मिलने वाली सुविधाओं आदि बातों के बारे में जानकारी देने में सक्षम हांे। उन्होंने नियत्रांण कक्ष को संवेदनशील बनाने पर जोर देते हुए चिकित्सा केन्द्रों पर मरीजों की शिकायतंे सुनने और दर्ज करने के लिए व्यवस्था करने को भी कहा, जिससे कि भविष्य में और जिम्मेदारी से रोगियों को लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने कहा कि चिकित्सा केन्द्र पर जांच के लिए नियुक्त चिकित्साकर्मी के नाम की सूचना और निःशुल्क की जाने वाली 57 जांचो की जानकारी भी प्रदर्शित की जाए, जिससे कि रोगियों को तकलीफ नहीं हो। उन्होंने हैल्प डेक्स पर मधुर व्यवहार वाले जिम्मेदार व्यक्ति को नियुक्त करने की बात भी कही और उपलब्ध संसाधनों में अधिक से अधिक रोगियों को लाभान्वित कर योजना को उद्देश्य तक ले जाने को कहा।
जिला कलक्टर ने बताया कि वे स्वयं योजना के अच्छे क्रियान्वयन के लिए जिले के अस्पतालों का संवेदशीलता से निरीक्षण कर रहे हैं और इसके लिए जरूरी उपकरणों, मशीन व अन्य संसाधनों की जानकारी लेकर कमियों को दूर किया गया है। अजमेर जिले में योजना के क्रियान्वयन की पर्याप्त तैयारियंा हैं।
जवाहर लाल नेहरू मेडीकल कॉलेज के प्रिंसपल डॉ. पी. के. सारस्वत ने चिकित्सालय में योजना के क्रियान्वयन के बारे में की गई तैयारियों की विस्तार से जानकारी दी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. लक्ष्मण हरचन्दानी ने अजमेर के सेटेलाईट चिकित्सालय सहित केकड़ी, नसीराबाद, किशनगढ़ में की गई तैयारियों और प्रशिक्षण मोडूयल्स के बारे में बताया। डॉ. माया गुरूनानी ने राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय ब्यावर में योजना के क्रियान्वयन की तैयारियों की जानकारी दी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.पी.मीणा ने टोंक, डॉ. गणपत लाल कालेड़ ने नागौर, डॉ. रमेश सांवरिया ने भीलवाड़ा जिले के चिकित्सा केन्द्रों पर रेडियोलॉजिस्ट, डॉक्टर्स, सोनोग्राफी मशीन एवं अन्य जांच उपकरणों की उपलब्धता से अवगत कराया और कहा कि सभी तैयारियंा पूरी की जा चुकी हैं।
जांच के रोगियों से पहचान-पत्र की अपेक्षा
बैठक में योजना के सुचारू क्रियान्वयन के लिए जांच के रोगियों से अपेक्षा की गई है कि वे अपना पहचान पत्र भी साथ लेकर आएंगे तो उन्हें जांच आदि कराने में और भी सुविधा होगी।
इस अवसर पर कार्यवाहक संयुक्त निदेशक डॉ. मधु विजयवर्गीय, जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अशोक चौधरी, उपनिदेशक श्रीमती रूद्रा रेणु एवं अधिशासी अभियंता अशोक अग्रवाल सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्राी बीपीएल जीवन रक्षा कोष योजना पर कार्यशाला
जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से 5 अप्रेल को प्रातः 11 बजे जिला परिषद के सभागार में मुख्यमंत्राी बीपीएल जीवन रक्षा कोष योजना पर जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं स्वयं सेवी संस्थाओ ं के प्रतिनिधियों की कार्यशाला रखी गई है।
नये श्रमिक विद्यालयों के लिए सर्वेक्षण कार्य शुरू करने के निर्देश
जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया ने बाल श्रमिक परियोजना के संचालन अधिकारियों से कहा कि वे अजमेर जिले में खोले जाने वाले नये श्रमिक विद्यालयों के लिए सर्वेक्षण कार्य शुरू करें। उन्होंने चिन्हित बाल श्रमिकों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने और उन्हें व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने और फोलोअप पर ध्यान देने पर जोर दिया।
गालरिया मंगलवार रात्रि कलक्ट्रेट के सभागार में अजमेर बाल श्रमिक परियोजना संस्था की साधारण सभा की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने वर्ष 2011-12 -13 में हुए कार्य के बारे में जानकारी ली और परियोजना के बेहतर संचालन के निर्देश दिये।
संयुक्त श्रम आयुक्त आर.पी. पारीक, परियोजना समन्वयक एल.एन. जोशी ने परियोजना के बारे में और फील्ड अधिकारी मौहम्मद आरिफ व राजेन्द्र सिंह पंवार ने बाल श्रमिकों के कल्याण के लिए किए गये कार्य के बारे में जानकारी दी । ग्रामीण महिला विकास संस्थान बुबानी के सचिव शंकर सिंह रावत, महिला बाल कल्याण समिति की श्रीमती शगुफ्ता खान, क्षेत्राीय प्रकोष्ठ अधिकारी श्रीमती लीला पारवानी तथा डॉ. एस.एस. जोधा सहित अन्य अधिकारी थे।