मुकेश ने अनिल के म्यूचुअल फंडों में 800 करोड़ किए निवेश

relince companyनई दिल्ली। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआइएल) ने छोटे भाई अनिल अंबानी के समूह की म्यूचुअल फंड योजनाओं में 800 करोड़ रुपये का निवेश किया है। आरआइएल अरबों रुपये की नकदी से लैस है जबकि अनिल की कंपनियां कारोबार में कमी की मुश्किल से जूझ रही हैं।

सूत्रों के मुताबिक आरआइएल ने रिलायंस म्यूचुअल फंड की फिक्सड मैच्योरिटी योजनाओं सहित विभिन्न डेट स्कीमों में यह नकद निवेश किया है। इससे पहले मंगलवार को ही आरआइएल और अनिल अंबानी के समूह ने वर्ष 2005 में समूह के विघटन के बाद पहले कारोबारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। दोनों समूह ऑप्टिक फाइबर केबल्स नेटवर्क और दूरसंचार टावर जैसे अन्य टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाएं साझा करने पर सहमत हुए थे। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस जियो इंफोकॉम ने अनिल अंबानी की आरकॉम के साथ 1,200 करोड़ रुपये का सौदा किया।

करीब तीन साल पहले एक दूसरे के कारोबार में प्रतिस्पर्धा नहीं करने का समझौता समाप्त कर चुके दोनों समूह अब कारोबारी सहयोग के व्यापक फ्रेमवर्क पर भी सहमत हुए हैं। आरआइएल ने रिलायंस म्यूचुअल फंड की योजनाओं में यह निवेश पिछले आठ माह के दौरान किया है। बाजार के जानकारों के मुताबिक आरआइएल का ये निवेश निवेश अनिल अंबानी की कंपनियों में निवेश नहीं करने की नीति का अंत है। वित्त वर्ष 2011-12 में कंपनी ने विभिन्न म्यूचल फंड स्कीमों में 8,700 करोड़ रुपये की रकम निवेश की थी, लेकिन इसमें से रिलायंस एमएफ की योजनाओं में कोई निवेश नहीं किया गया था। जबकि रिलायंस म्यूचुअल फंड की विभिन्न योजनाओं के स्टॉक पोर्टफोलियो में आरआइएल को हमेशा प्राथमिकता से शामिल किया जाता है।

रिलायंस एमएफ की कम से कम 13 स्कीमों के पोर्टफोलियो में आरआइएल के शेयरों की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है। इन शेयरों की कुल कीमत 500 करोड़ रुपये से ज्यादा है। आरआइएल के पास 31 दिसंबर 2012 तक 80,962 करोड़ रुपये की नकदी मौजूद थी। इसमें से ज्यादातर नकदी बैंक डिपॉजिट, म्यूचुअल फंड, सरकारी बांड और सिक्योरिटीज के रूप में जमा है। इसी अवधि तक कंपनी पर कुल 72,266 करोड़ रुपये का कर्ज था, इससे नेट बेसिस पर यह कर्ज मुक्त कंपनी है।

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