अजमेर। जिला कलक्टर वैभव गालरिया ने कलेक्ट्रेट से हरी झण्डी दिखाकर आज गाँव-गाँव, ढाणी-ढाणी के ग्रामीण महिला – पुरूषों में बैंक में खाते खोलने, बैकिंग गतिविधियों से जोड़ने और आधार कार्ड के महत्व के प्रति जागृत करने के लिए नाबार्ड की ओर से बनाए गए मंच कला वाद्यों से सुसज्जित बहुरंगी आकर्षक जागृति रथ को रवाना किया। यह रथ प्रथम चरण में दो माह की अवधि में 150 गाँवों में ग्रामीणों को वित्तीय साक्षरता अभियान के प्रति प्रेरित करेगा।
जिला कलक्टर ने शुभारम्भ करने से पूर्व अभियान के तहत प्रदर्शित किये जाने वाले जागृति कार्यक्रमोें का अवलोकन कर ग्रामीणों से उनके निकटतम बैंक शाखा में खाता खोलने और यदि उन्होंने आधार कार्ड केे लिए पंजीयन नहीं करवाया है तो पंजीयन करवाने का संदेश देने को कहा। उन्होंने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रा में अब तक 70 प्रतिशत ग्रामीणों का आधार पंजीयन हो चुका है।
नाबार्ड के सहायक महाप्रबन्धक सुधीर शर्मा ने बताया कि जागृति रथ न केवल लोगों को बैंकिंग वित्तीय गतिविधियों से जुड़ने के प्रति जागृत करेगा, अपितु गाँवों में निकटतम बैंक शाखा में खाता खोलने के लिए ग्रामीणों से आवेदन पत्रा भी भरवाकर संबंधित शाखा प्रबन्धक को देने का कार्य करेगा। उन्होंने बताया कि नाबार्ड की ओर से पूरे देश में यह अभियान शुरू किया गया है। इसमें अजमेर जिले में 3700 ग्रामीणों के नये बैंक के खाते खोलने का लक्ष्य है।
अपना थियेटर के कलाकार 150 गाँवों मंे कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे
इस वित्तीय साक्षरता अभियान में योबी जॉर्ज के नेतृत्व में अपना थियेटर संस्थान के जुम्मा खान, मनोज कडे़डे, संदीप कुमार, रईस खां व देवेश सहित 11 लोक पारम्परिक कलाकारों की प्रचार टीम 2 माह में 150 गाँवों में ग्रामीणों को बैंक में खाता खोलने, वित्तीय समावेशन, क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता समूह, बैंक लिंकेज कार्यक्रम सरकार की लाभकारी योजनाओं की जानकारी देने और आधार कार्ड योजना के महत्व को प्रदर्शित करने वाले जागृति कार्यक्रम प्रस्तुत करेगी।
इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सी.आर. मीना, लीड बैंक प्रबन्धक जे.एल. सुथार अजमेर केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रबन्ध निदेशक रवीन्द्र राज पुरोहित, साक्षरता प्रकोष्ठ के अधिकारी अब्दुल नकवी, निक प्रभारी अंकुर गोयल सहित अन्य अधिकारी,नागरिक मौजूद थे।
रथ कल विभिन्न गाँवों में
यह जागृति रथ बड़ल्या, श्रीनगर,गुढ़ा, लाडपुरा और भूडोेल गाँवों में पारम्परिक प्रचार लोक नृत्य, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ग्रामीणों को जागृत करेगा।
केन्द्रीय अतिरिक्त सचिव ने दरगाह विकास प्रोजेक्ट पर अधिकारियों की बैठक ली
अजमेर। केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के अतिरिक्त निजी सचिव देवेश देवल ने दरगाह विकास प्रोजेक्ट क्रियान्वयन से जुड़े नगर सुधार न्यास,नगर निगम, सार्वजनिक निर्माण विभाग, विद्युत वितरण निगम, चिकित्सा, जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा है कि दरगाह विकास प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों को वरिष्ठ प्रशासनिक एवं तकनीकी अधिकारियों से चर्चा कर दूर करें। मंत्रालय को प्रोजेक्ट के तहत किये जा रहे विभिन्न कार्यों के वित्तीय आवंटन , उन्हें शुरू और पूर्ण करने की अवधि और वर्तमान स्थिति को स्पष्ट करने वाली सारगर्भित जानकारी निर्धारित प्रारूप में भिजवाने के निर्देश भी दिए।
अतिरिक्त निजी सचिव देवल ने प्रोजेक्ट के मास्टर प्लान, क्रियान्वयन की रणनीति, प्रथम चरण के तहत अब तक पूरे हुए कार्यों, प्रोजेक्ट की डीपीआर और पर्यटन विभाग की ओर से कराए जाने वाले प्रस्तावों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली और कार्य पूर्ण करने की जिम्मेदारी निर्धारित करने पर जोर दिया।
उन्हांेेने बताया कि इस प्रोजेक्ट के बेहतर क्रियान्वयन के लिए फोलोअप हेतु राज्य एवं केन्द्रीय स्तर पर अधिकारियों की बैठक भी लिया जाना प्रस्तावित है।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट जे.के.पुरोहित ने दरगाह विकास क्रार्यकमों में जायरीन की सुविधा के लिए सुलभ कॉम्पलेक्स, नगरीय, अग्नि शमन सुरक्षा सेवाओं, सड़क निर्माण कार्यों और दरगाह क्षेत्र की धनी आबादी और सकरी गलियों के कारण होने वाली समस्याओं से अतिरिक्त सचिव को अवगत कराया।
अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधिशासी अभियंता मुकेश ठाकुर ने दरगाह क्षेत्र में विद्युत केबल वायरिंग और उपकरण लगाने में आने वाली परेशानियों से अवगत कराया। नगर सुधार न्यास के सहायक अभियंता अनूप टण्डन ने न्यास द्वारा प्रोजेक्ट के तहत कराए जा रहे कार्यों के फीचर्स और गाईड लाईसेंस के बारे में बताया । पर्यटन विभाग के उपनिदेशक घनश्याम गंगवाल, पुरातत्व विभाग के संग्रहालय अध्यक्ष सैयद आजम, मौहम्मद सिद्दीक, अधिशासी अभियंता अशोक अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
अतिरिक्त निजी सचिव ने बैठक लेने के बाद जिला कलक्टर से चर्चा की और तकनीकी अधिकारियों के साथ कायड़ एवं पुष्कर रोड विश्राम स्थली का अवलोकन किया । प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोईनुदीन हसन चिश्ती की दरगाह की जियारत की ।