वाशिंगटन। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को वीजा देने के मामले में अमेरिका अपने पुराने रुख पर कायम है। विदेश विभाग ने कहा है कि मोदी वीजा के लिए आवेदन करने को स्वतंत्र हैं, लेकिन इस मसले पर अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है।
मोदी को अमेरिकी सांसदों के न्यौते पर विदेश विभाग के प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके देश में वीजा संबंधी सभी फैसले अलग-अलग मामलों के आधार पर किए जाते हैं। ओबामा प्रशासन इस मामले में गुण-दोष के आधार पर फैसला करेगा।
नूलैंड ने कहा कि नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। उनका (मोदी) आवेदन करने के लिए स्वागत है। सभी वीजा निर्णय मामला दर मामला आधार पर लिया जाता है और यहां पहले से कोई फैसला नहीं किया जा सकता है।
अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक गुजरात गए सांसदों के शिष्टमंडल का सवाल है, इस तरह के दौरे से संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलती है। जहां तक हमारे नजरिए की बात है जितना अधिक सांसदों का शिष्टमंडल भारत का दौरा करेगा, उसकी जीवंतता और विविधता को समझेंगे, हमारे बीच संबंधों को मजबूती देने की संभावना और बढ़ेगी।
गौरतलब है कि हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के रिपब्लिकन सदस्य एरान शहोक के नेतृत्व में गए शिष्टमंडल ने 29 मार्च को अहमदाबाद में मोदी से मुलाकात की थी। इसके सदस्यों ने मोदी को अमेरिका आने का न्यौता दिया था। उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने 2002 में गोधरा कांड के बाद गुजरात में दंगों के मुद्दों पर 2005 से ही वीजा से वंचित रखा है।