भोपाल। जनसभाओं में भाषणों के दौरान नेताओं के बेतुके बोल कोई नई बात नहीं है। इस बार मध्यप्रदेश के आदिवासी कल्याण मंत्री विजय शाह अपने अश्लील भाषण से विवादों के घेरे में आ गए हैं। मंत्री जी ने अपने ही सीएम के पत्नी पर कटाक्ष कर दिया है। रविवार को झाबुआ में एक कार्यक्रम में सैकड़ों छात्राओं और शिक्षकों की मौजूदगी में दो महिला नेताओं पर भी अश्लील टिप्पणी कर डाली।
इस कार्यक्रम में पहुंचे शाह ने मंच पर मौजूद एक नाम की दो महिला नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। उन्होंने मंच पर एक साथ दो महिला नेताओं को देखकर कहा कि लगता है झाबुआ में एक के साथ एक फ्री मिलता है। शाह यहीं नहीं रुके, उन्होंने शिविर में बैठी लड़कियों की ओर इशारा करते हुए यहां तक कह डाला, पहला-पहला जो मामला होता है, वह आदमी भूलता नहीं। भूलता है क्या?. बच्चे समझ गए होंगे। बहरहाल, इस बात के फौरन बाद मंत्री ने शरारती लहजे में कहा कि पहले-पहले मामले से उनका मतलब पहली बार मंत्री पद पर पहुंचने से था। शाह ने कहा कि एक बार उन्होंने सीएम चौहान की पत्नी से कहा, भइया के साथ तो रोज जाती हो, कभी देवर के साथ भी चली जाया करो।
शाह की इस बयानबाजी पर कांग्रेस ने सख्त रुख अपनाते हुए राज्यपाल से शाह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि महिलाओं के खिलाफ इस तरह की अभद्र टिप्पणी करने वाले मंत्री को पद पर रहने का हक नहीं है।
उधर, बयान पर विवाद बढ़ने के बाद शाह ने सोमवार को माफी मांग ली। शाह ने कहा,अगर मेरे भाषण से किसी को थोड़ा सा भी दुख हुआ हो, तो मैं इसके लिए 10 बार माफी मांगता हूं। उन्होंने कहा, मैं इस बात से दुखी हूं कि हास-परिहास के मूड में दिए गए मेरे भाषण को गलत तरह से लिया गया।