बोस्टन मैराथन धमाके ने याद दिलाए 9/11 के जख्म

boston-explosions-choice-of-cities-realls-911-eventsबोस्टन। अमेरिका के बोस्टन शहर में मैराथन के दौरान हुए तीन बम धमाकों ने एक बार फिर से 9/11 हादसे की याद ताजा कर दी। 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के न्यूयार्क और वाशिंगटन डीसी में हुए इन आतंकी हमलों से न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया थम सी गई थी। पूरी दुनिया ने व‌र्ल्ड ट्रेड टावर की दो बहुमंजिला इमारतों को अपनी टीवी स्क्रीन पर गिरते हुए देखा। धूल का गुबार और लोगों की चीख पुकार ने पूरी दुनिया को खामोश कर दिया।

हर कोई हतप्रभ था कि आखिर यह कैसे हुआ और किसने किया। ऐसा ही कुछ मंजर अब बारह वर्षो के बाद बोस्टन की सड़कों पर दिखाई दिया, जब चंद मिनटों के फासले पर हुए तीन बम धमाकों ने वहां पर अफरा-तफरी पैदा कर दी। धमाकों की आवाज सुनकर लोग बेतहाशा इधर-उधर दौड़ने लगे। कुछ लोग इस भगदड़ में घायल भी हो गए। हालांकि मैराथन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बेहद चाक चौबंद थी, लेकिन इसके बाद भी वहां पर इस तरह की घटना को अंजाम दिया जाना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है।

यूं तो 9/11 हादसे और इन धमाकों की तुलना करना काफी हद तक बेमानी लगती है। क्योंकि उस हादसे को काफी बड़े स्तर पर अंजाम दिया गया था जिसमें हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। वहीं बोस्टन हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है। एक बड़ा फर्क यह भी है कि खुद राष्ट्रपति ने इसको आतंकी साजिश नहीं माना है। 9/11 घटना को अंजाम देने के लिए जहां अल कायदा के आतंकियों ने अमेरिका की पहचान बनी व‌र्ल्ड ट्रेड सेंटर की इमारतों के साथ-साथ पेंटागन को निशाना बनाया था वहीं इस बार ऐसा कुछ नहीं था। हालांकि बोस्टन मैराथन का अमेरिका में बड़ा रुतबा जरूर है। पिछले 117 वर्षो से इस मैराथन का हर साल आयोजन किया जाता रहा है। इस बार भी इसमें कई देशों से आए करीब 27 हजार धावकों ने हिस्सा लिया था।

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