बोस्टन के बाद दहला बेंगलूर, धमाके में हुआ आइईडी का इस्तेमाल

after-boston-marathon-attack-blast-near-bjp-office-in-bangaloreनई दिल्ली। अभी सुबह के धमाके से लोग उबरे भी नहीं कि बेंगलूर में दूसरे धमाके की खबर आ रही है। हालांकि दूसरे धमाके पुष्टि नहीं हुई है। कर्नाटक के गृहमंत्री ने कहा है कि अभी एक ही धमाके की पुष्टि हुई है।

अभी अमेरिका में धमाका हुए दो दिन भी नहीं बीते कि बेंगलूर दहल गया। बेंगलूर में मालेश्वरम के पास भाजपा कार्यालय के बाहर हुए धमाके को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने धमाके के बाद ट्वीट किया है कि राज्य में चुनाव नजदीक आ रहे हैं और ये धमका भाजपा को चुनाव में फायदा पहुंचा सकता है। उन्होंने लिखा कि क्योंकि ये धमाका भाजपा कार्यालय के बाहर हुआ है इसलिए इससे पार्टी को आने वाले चुनावों में लाभ हो सकता है। उधर इस ट्वीट के बाद भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन इसे गैरजिम्मेदार बयान बताया है। गृहराज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने धमाके पर कुछ भी कहने से बचते हुए कहा कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा।

धमाका स्थल पर एनआईए की टीम पहुंच चुकी है और इस हमले की जांच कर रही है। इस धमाके में आठ पुलिसकर्मियों समेत 16 लोग घायल हुए हैं। जिसमें से दो की हालत नाजुक है। धमाके से आस-पास की तीन गाड़ियां व एक बाइक बुरी तरह से जल गई। गृह मंत्रालय ने आशंका जताई है कि एक मोटर साइकिल पर कुछ विस्फोटक रखे हुए थे। मंत्रालय इसे एक आंतकी हमला करार देने से भी पीछे नहीं हट रह रही है। मोटरसाइकिल पर आइईडी के इस्तेमाल का शक जताया गया है। इस ब्लास्ट के देश भर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्राथमिक जांच में इसे एक सिलेंडर ब्लास्ट बताया जा रहा था।

मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने हालात पर काबू पाया। प्राथमिक जांच के मुताबिक ये धमाका भाजपा कार्यालय के बाहर खड़ी एक गाड़ी में हुआ। बताया जाता है कि जहां धमाका हुआ वो काफी भीड़-भाड़ वाला इलाका था।

वहीं, गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की है। बैंगलूर के पुलिस कमिश्नर राघवेंद्र एच औराडकर ने ब्लास्ट के बारे में कहा कि यह ब्लास्ट करीब 10 बजकर 40 मिनट पर हुआ। शुरुआती जांच में हमें भी बताया गया था कि सिलेंडर ब्लास्ट है लेकिन ये मोटरसाइकिल ब्लास्ट है। यह एक आतंकी हमला भी हो सकता है। फिलहाल मैं नहीं कह सकता कि ब्लास्ट किस तरह किया गया।

उधर, एक चश्मदीद ने कहा कि यह बड़ा धमाका था। इस धमाके से पूरा इलाका कांप गया और करीब तीन किलोमीटर दूर तक इसकी गूंज सुनाई दी। मुझे समझ नहीं आता कि आखिर आतंकवादी क्यों मासूम लोगों को शिकार बनाते हैं?

बता दें कि कर्नाटक के खुफिया विभाग ने चार दिन पहले पुलिस को बता दिया था कि सुरक्षा व्यवस्था बढ़ानी चाहिए। खुफिया विभाग ने अलर्ट भी जारी किया था कि बेंगलूर में शरारती तत्व कांड कर सकते हैं। हालांकि यह सामान्य अलर्ट था।

सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने इस अलर्ट के बारे में कुछ खास एक्शन नहीं लिया। पुलिस का कहना है कि इस अलर्ट को ध्यान में रखते हुए लगभग सभी जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था टाइट की गई। सभी राजनीतिक पार्टियों के दफ्तर के बाहर भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए।

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