देवरिया । रिश्ते में साली के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में शुक्रवार रात में गिरफ्तार किए गए लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता ज्योति प्रकाश सोनकर को जमानत नहीं मिल सकी।
शनिवार को उसे कड़ी सुरक्षा के बीच जिला व सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार की अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने पीड़िता का कलमबंद बयान तलब करते हुए आरोपी की जमानत अर्जी पर सुनवाई के लिए 23 अप्रैल की तारीख नियत की है। जमानत न मिलने के कारण उसे अदालत से जेल भेज दिया गया।
उल्लेखनीय है कि सोनकर पर हाल ही संसद द्वारा रेप की घटनाओं को रोकने के लिए देश की चिंता के अनुरूप बनाए गए नए कानून के तहत मुकदमा कायम किया गया है। इसे 354 ए आइपीसी व 9/10 प्रोटेक्शन आफ चिल्ड्रेन फ्राम सेक्सुअल अफेसेंस के अंतर्गत मामला पाए जाने पर सीधे जिलाजज की अदालत में पेश किया गया। नए कानून के तहत जिले में यह पहला मामला दर्ज किया गया है, जिसे लेकर विधिवेक्ताओं में चर्चा होती रही।
सोनकर के अधिवक्ता ने पीड़िता के कलमबंद बयान में अंतर पाए जाने का जिक्र करते हुए इस आधार पर जमानत देने की मांग की कि यदि उन्हें जेल भेजा गया तो उनकी नौकरी जा सकती है। अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता का कलमबंद बयान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से तलब किया व मामले की सुनवाई 23 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दी।
नौकरानी नहीं साली है पीडि़ता
लोक निर्माण विभाग (प्रांतीय खंड) के सहायक अभियंता जेपी सोनकर ने घर में अकेले पाकर जिस युवती की आबरू से खेलने का प्रयास किया, वह नौकरानी नहीं बल्कि रिश्ते में उनकी साली है। इसका राजफाश आरोपी की पत्नी ने पति के बचाव में लगे अधिवक्ताओं से बातचीत के दौरान किया।
सहायक अभियंता को शुक्रवार रात को दुष्कर्म के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उस समय अभियंता ने पीड़िता को नौकरानी बताया था और कहा था कि युवती तीन वर्ष से परिवार के साथ रह रही है। इसके पहले युवती की मां भी सोनकर के घरेलू कार्य निबटाने के लिए वर्षो तक साथ रही है।
शनिवार को अधिवक्ताओं से बातचीत के दौरान सोनकर की पत्नी व लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड में सहायक अभियंता समरजीता सोनकर ने कहा कि आरोप लगाने वाली युवती उनकी मौसी की बेटी है। मौसी का परिवार गरीब है। कुनबे की बदहाली देख उन्होंने पहले मां, फिर बेटी को साथ में रखा। उन्हें यह कतई अनुमान नहीं था कि रिश्तों की डोर ऐसे मोड़ पर आकर टूट जाएगी। मेरी मौसेरी बहन मेरे ही पति पर ऐसे आरोप लगाएगी।
सूत्रों के दावों पर यकीन करें तो घटना के प्रकाश में आते ही सोनकर के करीबी पीड़ित पक्ष को मनाने के प्रयास में जुट गए हैं। देर रात महिला थाने में मौजूद पीड़िता ने करीबी ठेकेदारों से बातचीत में एई द्वारा माफी मांगने की शर्त पर आरोप वापस लेने की हामी भरी थी। उसने कहा कि यदि सहायक अभियंता अपने कृत्य पर सार्वजनिक पश्चाताप करें, तो आरोप वापस लेने की बात सोची जाएगी। उन्होंने एई के परिवार से उनके रिश्ते की भी दुहाई दी। आरोप वापस लेने के बाद विवाह तक की जिम्मेदारी निभाने की बात कही। एक बार तो ऐसा लगा कि ठेकेदार अपने मंसूबे में कामयाब हो जाएंगे, लेकिन पुलिस के कड़े तेवर से वे सफल न हो सके। सोनकर को अंतत: जेल की हवा खानी पड़ी।