कापरेन / केशवरायपाटन / बूंदी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राजस्थान में अब ये स्थिति उत्पन्न हो गई है कि लोग अपनी बेटियों को गांवों में ब्याहने को ही तैयार नहीं है। उनका मानना है कि कई गांवों में बिजली की हालात खराब है, इसलिये वे उन गांवों में रिश्ता नहीं करेंगे।
श्रीमती राजे ने कोटा जिले की लाडपुरा पंचायत समिति की बैठक का उदाहरण देते हुए कहा कि डोल्या पंचायत के सरपंच नंदलाल मेघवाल ने इस बैठक में ये मामला उठाया, कि उसके गांव के 6 लड़के-लड़कियों की शादी आखा तीज पर होने वाली है, यदि गांव में आखा तीज के सावो से पहले बिजली नहीं आई तो ये रिश्ते टूट जायेंगे।
उन्होंने कहा कि ये अकेले लाडपुरा पंचायत समिति के गांव की ही बात नहीं है, पूरे राजस्थान के ग्रामीण इलाकों की कमोवेश यही स्थिति है। क्या यह हमारे प्रदेश के लिए शर्म से सिर झुका देने वाली बात नहीं है। सच तो यह है कि 13 दिसम्बर, 2008 को हमारी सरकार गई थी, उसके साथ ही इस प्रदेश की बिजली भी चली गई। श्रीमती राजे बूंदी जिले के कापरेन कस्बे में सुराज संकल्प यात्रा की स्वागत सभा में बोल रही थी।
सरकार गई विदेश, किसके भरोसे प्रदेश
वसुन्धरा ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव एक साथ विदेश गये हैं। एक दो दिन के लिए नहीं, पूरे सात दिन के लिए। प्रदेश के दोनों मुखिया प्रदेश को किसके भरोसे छोड़कर गये, ये तो वो ही जाने लेकिन अधिकृत रूप से तो उन्होंने किसी को कार्यभार नहीं सौंपा है। दोनों ही जब विदेश चले गये, तो मंत्री भी कहां कसर रखने वाले हैं। वे भी सचिवालय छोड़कर चले गये। लोग कह रहे हैं सरकार गई विदेश, किसके भरोसे प्रदेश?
गेहूं नहीं खरीद रही किसान विरोधी सरकार-वसुन्धरा
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि ये सरकार किसान विरोधी है। इसलिये समर्थन मूल्य पर काश्तकारों का गेहूं नहीं खरीद रही। जिससे काश्तकार अपना खून पसीना एक कर पैदा की गई अपनी पैदावार को ओने-पोने दामों में बेचने पर ही मजबूर है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद नहीं हो रही, इसलिये हमारे किसानों का गेहूं गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और केरल जैसे दूसरे प्रदेशों में बिक रहा है। पंजाब में इस वर्ष अब तक 68.52, हरियाणा में 40.04 और मध्यप्रदेश में 40.85 लाख टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा जा चुका है, लेकिन राजस्थान में अब तक सिर्फ 3.75 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार की किसानों का गेहूं खरीदने में रुचि नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने राजस्थान में गेहूं के खरीद केन्द्र बहुत कम संख्या में खोले हैं। लक्ष्य भी इस वर्ष सरकार ने 30 लाख टन गेहूं खरीदने का ही रखा है, जो पैदावार के मुकाबले बहुत कम है। इसके बावजूद भी ये सरकार अब तक सिर्फ 3.75 लाख टन गेहूं की ही खरीद हो पाई है। राजस्थान में 9177 ग्राम पंचायतें है। इसके मुकाबले सिर्फ 348 खरीद केन्द्र खोले हैं, जो कुल ग्राम पंचायतों का तीन प्रतिशत है। राजस्थान में गत वर्ष भी सरकार ने सिर्फ 19 लाख टन गेहूं खरीदा। जबकि मध्य प्रदेश में 91 लाख टन गेहूं खरीदा गया। मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार किसानों का गेहूं मोबाइल पर संदेश देकर खरीदती है।
मुसलमानों को डराकर वोट लेना चाहती है कांग्रेस
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने कहा कि कांग्रेस सभी सम्प्रदायों में झगड़ा कराकर राजनीति करती है। मुसलमान भाइयों को डराकर वोट लेना चाहती है। लेकिन अब मुस्लिम भाई समझ गया है कि कांग्रेस की फितरत क्या है। वे किसी भी स्थिति में इस बार कांग्रेस के साम्प्रदायिक हथकण्डों में आने वाले नहीं है। राजे के साथ नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, सांसद दुष्यंत सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भूपेन्द्र यादव, विधायक ओम बिडला, भवानी सिंह राजावत, अशोक डोगरा, पूर्व सांसद गोपाल पचेरवाल, पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री कालीचरण सराफ और महिला मोर्चे की प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा भी मौजूद थी।
वसुंधरा ने किये केशवरायजी के दर्शन
केशवरायपाटन/बूंदी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सुराज संकल्प यात्रा के दूसरे चरण के सातवें दिन भगवान केशवराय जी के मंदिर में दर्शन किये। उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना कर राजस्थान प्रदेश की खुशहाली के लिए कामना भी की।