अजमेर। अन्तर्राष्ट्रीय मजदुर दिवस के अवसर पर रेल्वे स्टेशन परिसर में संयुक्त श्रमिक समन्वय समिति के बैनरतले विशाल सभा आयोजित की गई। सभा में रेल्वे, बैंक, बीमा, पोस्टल, बीएसएनएल, टेक्सी यूनियन, ऑटो यूनियन, मेड़िकल रिप्रेजेन्टेटिव और राज्य कर्मचारियांे ने शामिल होकर एक जुटता दिखाई। यूनियन के महासचिव मुकेश माथुर ने एक उद्योग में एक यूनियन के महत्व पर प्रकाश डाला। समिति के संयोजक एसके कपुर ने नई पेंशन नीति को खत्म कर सरकार से पेंशन गारन्टी की मांग की। मण्डल सचिव अरूण गुप्ता और महासचिव भूपेन्द्र भटनागर ने सरकार से 7वें वेतन आयोग के शीघ्र गठन की मांग की। समन्वय समिति के अध्यक्ष अजीत शर्मा और गिरीराज उपाध्याय ने राज्य सरकार से छठे वेतन आयोग की विसंगती के सुधार की मांग की। इस अवसर पर सभा को बैंक कर्मचारी यूनियन के प्रदेश सचिव रवि वर्मा, हिन्द मजदूर सभा के भंवरलाल, टेक्सी ऑटो यूनियन के कन्नु भाई, लाईसेन्स पोर्टर कुली यूनियन के राधावल्लभ शर्मा, बीएसएनएल के बीडी शर्मा, पोस्टल यूनियन के हरी दिवाकर, कारखाना अध्यक्ष नेमिचन्द चौहान, मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव महेश गंगवानी ने संबोधित करते हुए कर्मचारियों से एकता बनाकर सरकार से मुकाबला करने का आव्हान किया।
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत, अखिल राजस्थान अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ी जाति अधिकारी कर्मचारी संयुक्त महासंघ, राजस्थान शिक्षक शिक्षा अधिकारी संघर्ष समिति, राजस्थान शिक्षा सेवा प्रधानाध्यापक संघ रेसमा, राजस्थान आयुर्वेद नर्सेज एसोसिएशन सहीत प्रदेश भर के लाखांे राज्य कर्मचारी और अधिकारीयों ने बुधवार 1 मई मजदुर दिवस पर राज्यव्यापी एक दिवसीय सामुहिक अवकाश पर रहते हुए सरकार को केन्द्र के समकक्ष वेतनमान देने की मांग करते हुए 4 जुलाई से राज्यव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी।
कचहरी रोड़ राजकीय स्कूल पर इकट्ठा हुए महासंघ से संबंध राज्य कर्मचारियांे ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। महासंघ जिलाध्यक्ष विजय सोनी और वरिष्ठ अध्यापक संघ के रामप्रसाद सुनारीवाल ने बताया कि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने सत्ता पर काबिज होने से पहले केन्द्र के अनुरूप हुबहु छठा वेतनमान लागु करने की घोषणा की थी। लेकिन साढ़े 4 साल गुजरने के बाद भी सरकार फूट डालो राज करो की नीति अपनाकर कर्मचारियों से छलावा कर रही है।
शिक्षक अधिकारी संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष दीपक जोहरी, बिरदीचन्द वैष्णव, जिला मंत्री भागचन्द मण्डरावलिया ने साथियों के साथ अतिरिक्त जिला कलेक्टर गजेन्द्र सिंह राठौड को ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की मांग की। शिक्षकों के अवकाश पर रहने की वजह से जिले के 90 प्रतिशत स्कूल और कार्यालय सुने रहे।