बेंगलूर। कर्नाटक में रविवार को विधानसभा चुनाव के दौरान कोलार जिले के एक पोलिंग बूथ पर निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थकों की कांग्रेस और भाजपा समर्थकों से तीखी नोकझोक हुई। इस दौरान कुछ समर्थक तलवार लहराते हुए भी दिखाई दिए, जिन्हें बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। प्रदेश में हो रहे मतदान के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। संवेदनशील बूथ पर वीडियो रिकार्डिग भी कराई जा रही है।
आज हो रहे मतदान में कई दिग्गजों का भाग्य वोटिंग मशीन में कैद हो जाएगा। इसमें जगदीश शेट्टार, येदियुरप्पा समेत कई और दिग्गज शामिल हैं। येदियुरप्पा ने सुबह ही शिकारीपुरा में अपना मत डाला। उन्होंने अपनी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने की उम्मीद जताई है। आठ मई को मतों की गिनती का काम शुरू होगा। यह मतदान भाजपा के नरेंद्र मोदी के लिए परीक्षा की घड़ी से कम नहीं है। तेज गर्मी को देखते हुए वोटिंग शाम छह बजे तक होगी। प्रदेश में ग्यारह बजे तक करीब बीस फीसद मतदान होने की खबर है।
भाजपा नेता और पूर्व पार्टी प्रमुख वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे, एम विरप्पा मोइली, सिद्धारमैया, कर्नाटक कांग्रेस कमेटी प्रमुख जी परमेश्वरा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद जोशी, कर्नाटक जनता पक्ष पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मतदान की शुरुआत में ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था।
भ्रष्टाचार, कोयला जैसे खनिज संसाधनों की लूट और घूसखोरी जैसे मुद्दों पर पूरे देश में घिरी कांग्रेस और कर्नाटक में सहमी भाजपा के कारनामों पर रविवार को राज्य की जनता हिसाब ले रही है। कर्नाटक की 223 विधानसभा सीटों पर तीन हजार उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं। सर्वेक्षणों और चुनाव विश्लेषकों ने कांग्रेस की बढ़त के संकेत दिए हैं। लेकिन देखना होगा कि भाजपा दक्षिण में उसकी संभावनाओं के द्वार कहे जाने वाले कर्नाटक के दुर्ग को ढहने से बचा पाएगी या नहीं?
चुनाव सर्वेक्षणों के मुताबिक इस चुनाव में जद (एस) और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येद्दयुरप्पा की पार्टी केजेपी अहम भूमिका निभा सकती है। भाजपा भी 80-90 सीटें पाकर जद (एस) के साथ गठबंधन सरकार की उम्मीद लगाए बैठी है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 110 सीटें जीती थीं और येद्दयुरप्पा ने पांच निर्दलीयों को मंत्री बनाकर सरकार बनाई थी। कांग्रेस को तब 80 और जद (एस) को 28 सीटें मिली थीं। हालांकि सरकार बचाने के लिए येद्दयुरप्पा को दो बार बगावतों का सामना करना पड़ा और माइनिंग किंग कहे जाने वाले रेड्डी बंधुओं के आगे घुटने टेकने पड़े। रेड्डी बंधुओं के करीबी बी श्रीरामुलू की बीएसआर कांग्रेस भी चुनाव मैदान में है। माना जा रहा है कि लिंगायत, वोक्कालिगा, कुरुबा जैसे बड़े जातीय समुदायों की बजाय भ्रष्टाचार का मसला वोटिंग पर हावी रहेगा।
कर्नाटक में आज करीब 4.36 करोड़ मतदाता करीब तीन हजार उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। मतदान को सुचारू रूप से चलाने के लिए लगभग 1 लाख 35 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। अतिसंवेदनशील जगहों पर मतदान कैमरे की निगरानी में कराने की भी व्यवस्था की गई है। आज हो रहे मतदान में 35.59 लाख ऐसे युवा वोटर हैं जो 18 वर्ष के हैं और पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इन युवाओं को रिझाने के लिए पार्टियों ने कोई कमी नहीं छोड़ी है।