नई दिल्ली। कोयला घोटाले में फंसे कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने अपने इस्तीफे पर सफाई पेश करते हुए कहा कि उन्हें इस मामले में फंसाया गया है। उनका कोई दोष नहीं था। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने उनपर कोई भी टिप्पणी नहीं की है। विवादों को खत्म करने के लिए उन्होंने इस्तीफा सौंपा है। उन्होंने कहा कि कोयला घोटाले में असली रिपोर्ट सामने ही नहीं आ पाई है।
अपने इस्तीफे को एक राजनीतिक फैसला बताते हुए उन्होंने कहा कि उनके नाम पर बेवजह की सियासत हो रही थी इसलिए इस्तीफा सौंपा। विवादों को खत्म करने के लिए इस्तीफा दिया और उन्हें भरोसा है कि सच्चाई की जीत होगी।
गौरतलब है कि कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा सौंपा। भाजपा एक लंबे समय से ही कोयला घोटाले में फंसे मंत्री जी के इस्तीफे की मांग कर रही थी।