बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के थाने सत्ता के चटख रंग में रंग चुके हैं। इस रंग में डूबकर पुलिस अपनी मर्यादा भी भूल गई है। बुलंदशहर के अरनिया थाने में इसकी रीयल फिल्म चली। सपा सरकार का समाजवादी चेहरा दिखाने निकली समाजवादी साइकिल यात्रा को थाने में दावत दी गई। सत्ता की हनक में चूर सपाइयों ने जमकर पुलिसिया दावत उड़ाई। दावत में मेहमान बनकर पहुंचे सपा नेताओं ने खाकी वर्दी वालों से जमकर खातिर कराई।
यूपी में सपा सरकार के कार्यो का बखान करने निकली समाजवादी साइकिल यात्रा शुक्रवार सुबह अलीगढ़ पारकर बुलंदशहर की सीमा में घुसी। सबसे पहले पड़ने वाले अरनिया थाना में सपाइयों को पुलिस ने दावत दी। सपाइयों की इस दावत में दारोगा स्तर तक के पुलिसकर्मी मेजबान सपाइयों की खातिर में लगे रहे। थाने में पुलिस की दावत उड़ाने के बाद ही सपा की साइकिल यात्रा आगे रवाना हुई।
नेताओं का बारात घर :-
शायद थाने अब राजनीतिक दलों के बारात घर बन गए हैं, अरनिया पुलिस के रवैये से ऐसा ही लगता है। अरनिया पुलिस के मुताबिक यह दावत पुलिस ने नहीं किसी अन्य ने थाना परिसर में दी थी। लेकिन क्या हर पार्टी के नेताओं को ऐसी ही दावत थाने में देने की इजाजत पुलिस देगी, इसका जवाब पुलिस के पास नहीं।
प्रधान ने दी थी दावत :-
एसओ अरनिया केपीएस चहल ने बताया कि दावत का आयोजन अरनिया के ग्राम प्रधान बाबू सिंह चौहान की ओर से किया गया था। थाना पुलिस का कोई सरोकार नहीं है। उधर पता चला है कि सपा के जिलास्तरीय नेताओं के इशारे पर ही थाने में पुलिस ने दावत का आयोजन किया।
नहीं हुई कोई दावत :-
सपा जिलाध्यक्ष अमजद गुड्डू ने बताया कि सपा कार्यकर्ताओं ने थाने में कोई दावत नहीं ली। सपा के कार्यकर्ता तो पानी की बोतलें भी अपने साथ लेकर चलते हैं। थाने में दावत की बात गलत है।