अजमेर। प्रतिशोध में पाशविकता इतनी हावी हो जाती है की आदमी मानव से दानव तक बन जाता है। ऐसा ही एक वाक्या आर्दशनगर थाना अर्न्तंगत घटा। जब सोमवार को दो युवको ने अपने भाई की मौत का बदला लेने के लिए एक युवक को पहले चाकूओं से गोदा और उसके बाद पत्थर से उसका सिर कुचलकर नृशंस हत्या कर दी। मृतक नसीराबाद के पास स्थित गांव दिलवाड़ी का रहने वाला सत्यनारायण गुर्जर है जो पिछले कुछ दिनो से बालूपुरा ईलाके में रहकर टैम्पो चला कर अपना गुजर बसर कर रहा था। इस पर आरोप है कि इसने कुछ महीनो पहले अपने ही पड़ौसी हनुमान गुर्जर को आत्महत्या करने के लिये मजबूर किया और उसने फांसी के फंदे पर लटक कर अपनी जान दे दी। इस मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भी भिजवाया। जहां से कुछ दिनो पहले ही वह जमानत पर छूट कर बाहर आया था। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद से ही मृतक हनुमान के दोनो भाईयो ने सत्यनारायण को ठिकाने लगाने का प्लान बना लिया था। सोमवार को जैसे ही उन्हें मौका मिला मृतक हनुमान के दोनो भाई उसे आर्दशनगर स्थित मुक्तिधाम के अन्दर ले गये और पहले तो चाकूओ से उस पर हमला किया, बाद में पत्थर से सिर कुचल कर उसकी नृशंस हत्या कर दी और दोनो आरोपी मौके से फरार हो गये। इस पूरे घटनाक्रम को मौके पर मौजूद श्मशान घाट के चौकीदार ने देखा तो उसकी की रूह कांप उठी।
दिन दहाडे़ हुई नृशंस हत्या की सूचना जब आर्दश नगर थाना पुलिस को मिली तो मौके पर थाना प्रभारी मुकेश यादव, क्लॉकटावर थाना प्रभारी सुनिल विष्णनोई, डीएसपी राकेश कच्छाल घटनास्थल पहुंचे और फोरेन्सिक फिंगर प्रिंट एक्सपर्टस् को घटनास्थल पर बुलाकर नमुने लिये और दोनो आरोपियों के विरूद्ध आईपीसी की धारा 302 में मुकदमा दर्ज कर हत्यारो की तलाश शुरू कर दी।