
केकड़ी। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया की सुराज संकल्प यात्रा के 30 मई को केकड़ी आगमन को लेकर भाजपाई जोर शोर से तैयारियों में जुट गये हैं। भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रहे नेताओं सहित उनके समर्थक भी आगामी 30 मई को शहर के पटेल मैदान में आयोजित होने वाली सभा में पार्टी की प्रदेश मुखिया के समक्ष अपना दम खम दिखाने के लिये हर संभव प्रयास कर रहे हैं। शहर पूर्ण रूप से इन दावेदारों के हार्डिंग्स से अट गया हैं हालांकि यात्रा के यहां पहुंचने में अभी काफी दिनों का समय शेष हैं बावजूद इसके कार्यकर्ता क्षेत्र के सभी गांवों में अपनी अपनी टोलिया बना कर लोगों से संपर्क साधने में लगे हैं साथ ही किन गांवों से कितने लोगों के आने की संभावना हैं उसी हिसाब से गाड़ियों की व्यवस्था तक भी अभी से की जा रही हैं। टिकट की दावेदारी कर रहे नेताओं के साथ ही संगठन के पदाधिकारी भी चिलचिलाती गर्मी में भी शहर सहित आस पास के क्षेत्रों में सघन दौरे कर संगठन के प्रति निष्ठा दिखाते हुए सभा को सफल बनाने के लिये तमाम प्रयास कर रहे हैं। वहीं इस यात्रा को लेकर पार्टी द्वारा जिन शीर्ष नेताओं को केकड़ी का यात्रा प्रभारी नियुक्त किया गया हैं वे भी यहां के लगातार दौरे कर फीडबेक ले रहे हैं तथा संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में रविवार को केकड़ी यात्रा के प्रभारी व पूर्व सांसद पुष्प जैन ने भी केकड़ी व जुनिया का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। जैन ने यहां कोटा रोड़ पर स्थित होटल लक्ष्मी पैलेस में भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ तैयारियों को लेकर विचार विमर्ष किया तथा सभा व अन्य तैयारियों के बारे में कार्यकर्ताओं से रायशुमारी की। जैन ने इसके बाद केकड़ी के निकटवर्ती जुनिया के हेरिटेज होटल का भी मुआयना किया,गौरतलब हैं कि 30 मई को वसुंधरा राजे सभा के बाद जुनिया स्थित हेरिटेज होटल में ही रात्री विश्राम करेगी।
वहीं रविवार रात्री में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व लाडपुरा विधायक भवानी सिंह राजावत भी केकड़ी पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर फीडबेक लिया। इस अवसर पर राजावत ने खास बातचीत में बताया कि सुराज संकल्प यात्रा के चौथे चरण में वसुंधरा राजे केकड़ी पहुंचेगी और केकड़ी में सभा को संबोधित करेगी जिसे लेकर क्षेत्र में काफी उत्साह हैं। कार्यकर्ताओं में भी सभा व वसुंधरा जी के संबोधन को लेकर खासा उत्साह हैं। साथ ही राजावत ने कहा कि सुराज संकल्प यात्रा के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी संदेश यात्रा शुरू ही हैं और दोनों यात्राऐं एक साथ ही चल रही हैं जनता दोनों यात्राओं का मुल्यांकन कर रही हैं और जो जनता का फीडबेक मिल रहा हैं उसके अनुसार गहलोत की संदेश यात्रा शोक संदेश यात्रा में बदलती दिखाई दे रही हैं। राजावत ने कहा कि मुख्यमंत्री की सभा में 2 से 3 हजार व्यक्तियों से अधिक लोग नहीं पहुंच रहे हैं जबकि वसुधरा राजे की सभाओं में छोटे-छोटे शहरों में भी बीस-बीस हजार लोग भाग ले रहे हैं। संकल्प यात्रा जनभावनाओं की कसौटी पर खरी उतर रही हैं और जनता भी कांग्रेस के कुशासन से मुक्ति पाना चाहती हैं इसलिये ही वसुंधरा राजे की सभाओं में जनसैलाब उमड़ रहा हैं। राजावत ने कहा कि दोनों यात्राओं का परिणाम जुलाई माह में जनता के सामने आ जायेगा और जनता के बीच यह फैसला भी हो जायेगी कि कोन सरकार बनायेगा।
कार्यकर्ता परेशान – केकड़ी क्षेत्र के भाजपा के वे कार्यकर्ता इन दिनों बड़े परेशान हैं जो पार्टी से कई वर्षों से जुड़े हुए हैं तथा जिनके लिये पार्टी सर्वोपरि हैं। केकड़ी क्षेत्र में भाजपा कई धड्ड़ों में बंटी हुई हैं यह जगजाहिर हैं और इस धड्डेबाजी के चलते ही पार्टी द्वारा कराये जाने वाले अनेकों कार्यक्रम फेल भी हो चुके हैं तथा अनेकों बार पार्टी की किरकिरी भी हो चुकी हैं। ऐसा ही कुछ 18 मई को पार्टी के आव्हान पर राजस्थान बंद कराने के मामले में भी देखने को मिला,जहां राजस्थान में हर जगह पार्टी ने बंद को सफल बनाने का प्रयास किया वहीं केकड़ी के हालात विपरीत थे। यहां पार्टी के नेता धड़ेबाजी के चलते बंद का समर्थन करने की बजाय खुद ही अपनी दुकाने खोल कर बैठे रहे जिसके चलते ही यहां बंद का ना के बराबर असर देखने को मिला। ऐसे में पार्टी के उन कर्मठ कार्यकर्ताओं के सामने असमंझस की स्थिति पैदा हो गई हैं कि आखिर वे किस नेता के साथ लगे और किसी नेता से दूरी बनाये रखे। ऐसे ही एक कार्यकर्ता से जब हमने बात की तो उसने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि पार्टी के लिये सदा समर्पित रहे हैं मगर आज हालात ऐसे हैं कि यदि एक नेता के साथ किसी प्रदर्शन में हिस्सा भी ले ले तो दूसरे के कसर पड़ जाती हैं, ऐसे में यह समझ नहीं आ रहा क्या किया जाये इसलिये लगभग सभी कार्यक्रमों से दूरी बनाये रखने में ही भलाई हैं। ऐसे में एक गंभीर मुद्दा पार्टी के लिये यह भी हैं कि आगामी 30 मई को सुराज संकल्प यात्रा केकड़ी पहुंच रही हैं और यहां आयोजित होने वाली सभा में 30 हजार लोगों को पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया हैं मगर पार्टी के नेताओं में अब तक एकजुटता दिखाई नहीं दे रही हैं,ऐसे में क्या इस लक्ष्य को पूरा किया जा सकेगा? यह सवाल तो फिलहाल भविष्य के गर्भ में हैं। देखने वाली बात यह हैं कि क्या पार्टी के शीर्ष नेता यहां के नेताओं में एकजुटता कायम कर पायेगें या यात्रा में भी वही पुरानी स्टायल में अलग-अलग धड्डों के नेता अपने समर्थकों के साथ सभा शुरू होने के बाद नारे लगाते हुए पहुंचेगे।
पीयूष राठी