अजमेर। नगर सुधार न्यास में अधिकारी से कर्मचारी तक भ्रष्टाचार में किस कदर लिप्त हैं इसकी बानगी शुक्रवार को एसीबी द्वारा की गयी ट्रैपिंग की कार्यवाही सूचना लीक होजानंे से धरी रह गयी। एसीबी के डिप्टी एसपी भीम सिंह भीका ने बताया कि ज़मीन रूपातंरण की एवज में परिवादी अज़मद खान से नगर सुधार न्यास अध्यक्ष नरेन शाहनी, सचिव निशु अग्निहोत्री और कथित ऐजेंट मनोज गिदवानी ने 5 प्लॉट और 20 लाख रू की रिश्वत मांगी थी। शाहनी द्वारा मांगे गये 20 लाख रू का सौदा 12 लाख रू में तय हो गया और दो प्लॉट के कागजात सहित रिश्वत की रकम मनोज गिदवानी और निशु अग्निहोत्री को पहुंचानी थी, लेकिन सूचना तंत्र फेल होने से एसीबी की कार्यवाही की भनक उन्हें लग गयी।
भीका द्वारा परिवादी अज़मत के साथ भेजे गये 5 लाख रू लेकर जब अज़मत निशु अग्निहोत्री के आवास पर पहुंचा तो उन्होनें कहलवा दिया कि वे घर पर नही है। इसके बाद अज़मत गिदवानी के घर पहुंचा तो उसने भी अज़मत को पहचानने से इंकार करते हुए नोटो का हाथ तक नही लगाया। इस तरह से एसीबी द्वारा रचा गया ऑपरेशन कामयाब नही हो पाया। भीका ने बताया कि उनके पास पिछले 6 महीनो की फोन टेपिंग हैं जिसके आधार पर वे कार्यवाही करेंगे। घूसखोर आरोपियों को बख्शा नही जायेगा।